प्राचीन ग्रंथों के अनुसार – राशि रत्न | According to ancient texts – Rashi Ratna – Zodiac Stones
प्राचीन ग्रंथों के अनुसार पानी पर तैरता है, इसलिए इसका नाम वारितर भी रखा गया है।
प्राचीन ग्रंथों के अनुसार पानी पर तैरता है, इसलिए इसका नाम वारितर भी रखा गया है।
उत्साह, साहस, उग्रता, किसी कार्य में सफल होने के लिए, राजनीति में सफलता का कारक, पुलिस व सेना में सफलता हेतु, जमीन-जायदाद के मामलों में मूंगा पहना जाता है। मूंगा मंगल का रत्न है।
सोने का मुख्य रूप से रंग पीला होता है इसीलिए इसमें बृहस्पति का प्रतिनिधि माना जाता है। जिनकी कुंडली में बृहस्पति खराब हो या किसी भी प्रकार से दूषित हो ऐसे लोगों को भी सोने के प्रयोग से बचना चाहिए।
हीरा कठोर होते हुए भी भंगुर है तथा हाथ से नीचे गिरने पर टूट जाता है।
हीरा कठोर होते हुए – राशि रत्न | Diamond hardening – Rashi Ratna – Zodiac Stones Read More »
माणिक्य रत्न सूर्य का रत्न है। इसे पहनने से साहस बल में वृद्धि होती है, वहीं प्रशासनिक क्षेत्र में पकड़ अच्छी बनती है। इनको मजबूती प्रदान करने हेतु माणिक्य पहनें। इस रत्न को पहनने से सूर्य का तेज मिलता है।
जिन लोगों को पेट या मोटापे की समस्या हो उनको सोना धारण नहीं करना चाहिए और जो लोग बहुत क्रोधी, वाचाल और व्यग्र (अधैर्य) हैं उनको सोना धारण नहीं करना चाहिए।
मोटे और क्रोधी लोग – राशि रत्न | Fat people – Rashi Ratna – Zodiac Stones Read More »
हृदय रोग, बवासीर एवं नजर रोग के लिए धारण कर सकते हैं।
लाड़ली – राशि रत्न | Dear – Rashi Ratna – Zodiac Stones Read More »
हीरे को अत्यधिक गर्म करने पर रंग हल्का हो जाता है, परन्तु शीतल होने पर रंग पुनः पूर्ववत् हो जाता है।
यदि प्रशासनिक, राजनीति, उच्च प्रशासनिक, धर्म, न्यायाधीश के क्षेत्र में असफल होते हैं तो पुखराज आपको उपरोक्त क्षेत्रों में सफलता दिलाएगा। पुखराज रत्न देवों के गुरु बृहस्पति का रत्न है। इसे पहनने से गुरु बलवान होता है।