हमारे हाथ में कुछ ऐसी रेखाएं होती हैं, जो मुख्य रेखाएं तो नहीं होतीं परंतु वे महत्वपूर्ण रेखाएं होती हैं।
यह रेखाएं हस्त में स्वतंत्र रूप से किसी भी रेखा की सहायक बनकर अपना प्रभाव बनाए रखती हैं। यह रेखाएं प्रायः कुछ के हाथों में नहीं होतीं। जैसे कि :
* विद्या रेखा मध्यमा तथा अनामिका अंगुलियों के बीच में पाई जाती है, जो सूर्य पर्वत क्षेत्र की ओर झुकती हुई खड़ी होती है।
* जिन व्यक्तियों के हाथ में ऐसी रेखा होती है, वे निर्धन (साधारण) घर में जन्म लेकर भी श्रेष्ठ विद्या उपार्जित करने में सफल होते हैं।
* ऐसे व्यक्ति ज्ञानवान और बुद्धिमान रहते हैं।
* सभ्य समाज में उनका आदर होता है तथा अपनी बुद्धि के बल पर पूर्ण सफलता प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।