ऋषि भृ्गु ने अनेक ज्योतिष ग्रन्थों की रचना की. जिसमें से भृगु स्मृ्ति, भृगु संहिता ज्योतिष भृगु संहिता शिल्प भृगु सूत्र, भृगु उपनिषद भृगु गीता आदि प्रमुख है. वर्तमान में भृगु संहिता की जो भी प्रतियां उपलब्ध है, वह अपूर्ण अवस्था में है. इस शास्त्र से प्रत्येक व्यक्ति की तीन जन्मों की जन्मपत्री बनाई जा सकती है. प्रत्येक जन्म का विवरण इस ग्रन्थ में दिया गया है. यहां तक की जिन लोगों ने अभी तक जन्म भी नहीं लिया है, उनका भविष्य बताने में भी यह ग्रन्थ समर्थ है. भृगु संहिता ज्योतिष क एक विशाल ग्रन्थ है. इस ग्रन्थ की कुछ मूल प्रतियां आज भी में सुरक्षित हैं.