उन्हें सभी क्रिकेट और फुटबॉल खिलाडियों के न सिर्फ नाम बल्कि उनके स्कोर भी याद रहते हैं। परंतु जब उनके नज़दीक के लोगों के जन्मदिन या सालगिरह की बात आती है तो उनके दिमाग को एक बीमारी हो जाती है जिसे”सिलेक्टिव मेमोरी सिंड्रोम” कहते हैं।

उन्हें सभी क्रिकेट और फुटबॉल खिलाडियों के न सिर्फ नाम बल्कि उनके स्कोर भी याद रहते हैं। परंतु जब उनके नज़दीक के लोगों के जन्मदिन या सालगिरह की बात आती है तो उनके दिमाग को एक बीमारी हो जाती है जिसे”सिलेक्टिव मेमोरी सिंड्रोम” कहते हैं।