हमारे देश में जब भी किसी को गंभीर बीमारी हो जाती है, डॉक्टर जवाब दे देते हैं, तो लोग बाबा, मुल्ला, मौलवी, तांत्रिक आदि की शरण में चले जाते हैं। वो तमाम तरह के टोने-टोटके करने की सलाह देते हैं, इत्तेफाक से जब वो सफल हो जाते हैं, तो टोना करने वाला व्यक्ति पीड़ित के लिए भगवान से कम नहीं होता। देश में तमाम लोग ऐसे भी हैं, जो इन बातों पर विश्वास नहीं करते, लेकिन यह बात सच है कि आप विश्वास करें या न करें, इन बातों को लेकर डर जरूर लगता है। यहां हम उन्हीं टोटाकों की बात करेंगे जिनसे आदमी सबसे ज्यादा डरता है-
ये वो टोटके हैं जो प्रायः हमें किसी भी चौराहों, सुनसान जगह, प्रमुख स्थानों के आस पास देखने को मिल जाते हैं। ये वो टोटके हैं, जो केवल और केवल अंधविश्वास और नकारात्मक उर्जाओं की उपज हैं, अमूमन आदमी इन टोटको का प्रयोग कार्यसिद्धि के लिए करता है जहां इन टोटको के माध्यम से व्यक्ति को ये उम्मीद होती है की उसके रुके हुए काम पूरे हो जायंगे और उसका बिगड़ा भाग्य सुधर जायगा। इन टोटकों को आम बोल चाल की भाषा में काला जादू भी कहा जाता है। यहां हमारा मकसद न तो किसी की भावना और विश्वास को ठेस पहुंचना है और न ही आपको अंधविश्वासी बनाना है।