शनिवार के दिन मां काली को प्रसन्न करने के लिए जातक तंत्र-मंत्र को अपना कर शत्रुओं पर विजय पाने, गृह शांति बढ़ाने तथा जीवन में आ रही कई तरह की बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए विचित्र टोने-टोटके करते हैं। जातक को मां काली असीम आशीष , सुख-संपन्नता, वैभव व श्रेष्ठता प्रदान करती है एवं उनके राग, द्वेष, विघ्न आदि भस्म कर देती हैं।
शनिवार की सुबह शुद्ध होने के पश्चात सात, ग्यारह या इक्कीस नींबूओं की माला अपने हाथों से बना कर मां काली के मंदिर में ले जाएं और अपने हाथों से देवी मां को पहनाएं। माला पहनाने के बाद मां के मस्तक पर गुलाब के फूल बरसाएं और लाल गुलाब की माला पहनाएं। मां काली को गुड़ बहुत प्रिय है। अत प्रशाद के रूप में गुड़ का भोग लगाने के पश्चात प्रशाद को वहां उपस्थित भक्तों में बांट दें।
अगर इतना करना आप के लिए संभव न हो तो रोजाना या सप्ताह में अथवा माह में कम से कम एक बार मां काली को गुड़ का भोग लगाने के बाद बांट दें। गरीबों की जहां तक संभव हो मदद करें। जिस जातक के मन में अहम्, माया, ममता और भेद-बुद्धि का नाश न हुआ हो वह मां काली की उपासना करने में कदापि सफल नहीं हो पाते।