तुला लग्न
में शनि चतुर्थ पंचम, दशम ठीक रहेगा। राशि स्वामी गुरु एकादश, तृतीय, षष्ठ, दशम में शुभ फलदायी रहेगा। दशम में गुरु चतुर्थ में शनि हो तो ऐसा जातक महान कार्य करने वाला होगा। वृश्चिक लग्न में राशि स्वामी शनि अकारक ही रहेगा। फिर भी तृतीय, चतुर्थ भाव में ठीक-ठीक रहेगा। राशि स्वामी गुरु लग्न, पंचम, नवम, दशम में शुभ फलदायी रहेगा।
tula lagn uttara bhaadrapad – तुला लग्न उत्तरा भाद्रपद – तुला लग्न उत्तरा भाद्रपद – You marry answer Bhadrapad