पीलिया का घरेलू उपचार
एक नग खाने का बंगला पान (खाने में चरपरा, तीखा लगता है) लेकर इस पान को चूना और कत्था लगाएं । अब इस पान में अंक (अकौंना, मदार जामुनी फूल वाला) का दूध 3-4 बूँद डालकर प्रात: खा लें | इससे पीलिया शर्तिया ठीक हो सकता है । यदि आंख की सफेद पुतली, ऊपरी आधी-चौड़ाई सतह ही पीली हुई हो तो 3 दिन यह पान खाने पर पीलिया एकदम ठीक हो जाता है । पूरी सफेद पुतली होने पर ठीक होने के लिये 5 दिन लग जाते है ।
आक पत्ते का दूध प्राप्त करने की विधि – 1. सूर्योदय से पूर्व आक का पत्ता तोड़ कर दूध निकाल लेना चाहिये । 2. आक का दूध चिकना होता है । और आंखों के लिये अत्यंत हानिकारक होता है ।
सावधानी – अत: पत्ते से दूध निकालते समय हाथ किसी प्रकार से आंखों में नहीं लगना चाहिये अन्यथा आंख पर गलती से भी आक का दूध लग जाने से आंख खराब हो सकती है । बच्चों से कभी आक का पत्ता, फूल तोड़ने को नहीं कहना चाहिये । 3. आक के पत्ते के पीछे सफेद रेशे रहते है । इन्हें पोंछकर साफ कर लेना चाहिये न पोंछने पर उल्टी हो सकती है । बरसात एवं बादल के समय पत्तों पर पीछे पीले-लाल रंग के कीड़े रहते हैं उन्हें हटा देना चाहिए ।
गन्ने का रस पीलिया रोग में बड़ा लाभ-प्रद है यह पीलिया की जड़ काट देता है ।