कृतिका नक्षत्र के टोटके

kritika nakshatra

कृतिका नक्षत्र के टोटके – कृत्तिका नक्षत्र का उपचार

कृतिका नक्षत्र के टोटके – कृत्तिका नक्षत्र का उपचार: यदि जन्म नक्षत्र कुंडली में पीड़ित है, तो कार्तिकेय की पूजा की जानी चाहिए या हनुमान जी की पूजा की जानी चाहिए। कुछ विद्वानों का मानना ​​है कि गायत्री मंत्र का जाप करने से भी कृतिका नक्षत्र के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। […]

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pahalee nazar ke pyaar par nahin karate aitabaar krtika nakshatr ke jaatak

पहली नज़र के प्यार पर नहीं करते ऐतबार कृतिका नक्षत्र के जातक – जन्म नक्षत्र का व्यक्तित्व पर प्रभाव – Do not love at first sight trust Kritika constellation of native – pahalee nazar ke pyaar par nahin karate aitabaar krtika nakshatr ke jaatak

ज्योतिषशास्त्र में नक्षत्रों को काफी महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। जब भी किसी व्यक्ति के जीवन के सम्बन्ध में कोई भविष्यवाणी करनी होती है तब ग्रह स्थिति, राशि आदि के साथ नक्षत्रों का भी आंकलन किया जाता है। नक्षत्र न केवल भविष्य को दर्शाते हैं वरन इंसान के व्यक्तित्व को भी उजागर करते है।ज्योतिषशास्त्री यहां

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krittika nakshatra samsya

कृत्तिका नक्षत्र – नक्षत्र के वृक्ष द्वारा अपनी समस्याओं को दूर करें – Krittika Star – krittika nakshatra samsya

कृत्तिका नक्षत्र के देवता रवि को माना जाता है,जबकि वैज्ञानिक ष्टिकोण से गुलर के पेड को कृत्तिका नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और कृत्तिका नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग गुलर के पेड पूजा करते है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के खाली हिस्से में गुलर के पेड को लगाते

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krittika nakshatra

कृत्तिका नक्षत्र – गृह नक्षत्र का प्रभाव – Krittika Star – krittika nakshatra

वृभष राशि में कृत्तिका नक्षत्र के अंतिम 3 चरण होते हैं। इसमें ई, उ, ए जन्माक्षर होते हैं। नक्षत्र स्वामी सूर्य व राशि स्वामी शुक्र है। कृत्तिका के अंतिम 3 चरणों में जिनका जन्म हुआ है। वे शुक्र व सूर्य से जीवन भर प्रभावित होते रहेंगे। जन्म जिस लग्न में हो उसके स्वामी का भी

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