गर्भ ठहरने की विधि

garbh dharan (garbhasthapak karana)

गर्भधारण (गर्भ स्थापित करना) – घरेलू उपचार – garbh dharan (garbhasthapak karana) – gharelu upchar

चिकित्सा: 1. मोरछली: मोरछली की छाल का चूर्ण खाने से गर्भ ठहरता है। 2. केसर: केसर और नागकेसर को 4-4 ग्राम की मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। इसकी तीन पुड़िया मासिक-धर्म समाप्त होने के तुरंत बाद खाने से गर्भ स्थापित होता है। 3. हंसपदी: हंसपदी को बारीक पीसकर पीने से स्त्री का गर्भ स्थापित […]

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garbh na thaharne (banjhpan)

गर्भ न ठहरना (बांझपन) – गुप्त रोग ज्ञान – garbh na thaharne (banjhpan) – gupt rog gyan

पुरुष द्वारा समागम के पश्चात् स्त्री को गर्भ न ठहरना बांझपन कहलाता है| वस्तुत: स्त्री पूर्णता तभी प्राप्त करती है, जब वह मां बनती है| जो स्त्री विवाहोपरांत मातृत्व-सुख से वंचित रहती है, वह समाज में तिरस्कृत नजरों से देखी जाती है| परंतु ऐसा नहीं है की वह मां न बन सके| यदि उचित उपचार

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