नामकरण संस्कार

baalak ki dirghayu ke liye

बालक की दीर्घायु के लिये – अचूक टोटके – baalak ki dirghayu ke liye – achuk totke

बालक को जन्म के नाम से मत पुकारें। पांच वर्ष तक बालक को कपडे मांगकर ही पहनाएं। 3 या 5 वर्ष तक सिर के बाल न कटाएं। उसके जन्मदिन पर बालकों को दूध पिलाएं। बच्चे को किसी की गोद में दे दें और यह कहकर प्रचार करें कि यह अमुक व्यक्ति का लड़का है। बालक […]

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naming ceremony

नामकरण संस्कार – ब्रह्मचर्य विज्ञान | Naming ceremony – brahmacharya vigyan

  इस संस्कार का उदेश्य केवल शिशु को नाम भर देना नहीं है, अपितु उसे श्रेष्ठ से श्रेष्ठतर उच्च से उच्चतर मानव निर्माण करना है। पश्चिमी सभ्यता में निरर्थक नाम रखने का अन्धानुकरण भारत में भी बढ़ता जा रहा है। उनके लिए चरक का सन्देश है कि नाम साभिप्राय होनें चाहिएं। नाम केवल सम्बोधन के

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