भूत-प्रेत बाधा के योग इस प्रकार हैं – कैसे करें पहचान भूत-प्रेत बाधा की और कैसे करें निदान – bhoot-pret baadha ke yog is prakaar hain – pahchan bhoot-pret badha
पहला योग-कुण्डली के पहले भाव में चन्द्र के साथ राहु हो और पांचवे और नौवें भाव में क्रूर ग्रह स्थित हों। इस योग के होने पर जातक या जातिका पर भूत-प्रेत, पिशाच या गन्दी आत्माओं का प्रकोप शीघ्र होता है। यदि गोचर में भी यही स्थिति हो तो अवश्य ऊपरी बाधाएं तंग करती हैं। दूसरा […]