मघा नक्षत्र चरण 4

kark lagna moola nakshatra

कर्क लग्न मूल नक्षत्र – मूल नक्षत्र – Feel the original constellation Cancer – kark lagna moola nakshatra

कर्क लग्न में नक्षत्र स्वामी केतु की नवम पंचम तृतीय द्वितीय भाव में व राशि स्वामी गुरु की स्थिति नवम लग्न पंचम तृतीय द्वितीय भाव में हो तो ऐसा जातक भाग्यवान, विद्या, संतान से उत्तम प्रभावशील, प्रत्येक क्षेत्र में उत्तम सफलता पाने वाला होगा। kark lagna moola nakshatra – कर्क लग्न मूल नक्षत्र – कर्क […]

कर्क लग्न मूल नक्षत्र – मूल नक्षत्र – Feel the original constellation Cancer – kark lagna moola nakshatra Read More »

mesh ka raahu shatabhisha

मेष का राहु शतभिषा – शतभिषा – Aries Rahu shatabhisha – mesh ka raahu shatabhisha

मेष का राहु हो तो ऐसे जातक प्रबल रूप से शत्रुहंता होता है। गुप्त विद्या में सफलता मिलती है। संतान के मामलों में बाधा भी आती है। राहु मेष लग्न में षष्ठभाव में हो तो शत्रुहंता होगा। mesh ka raahu shatabhisha – मेष का राहु शतभिषा – मेष का राहु शतभिषा – Aries Rahu shatabhisha

मेष का राहु शतभिषा – शतभिषा – Aries Rahu shatabhisha – mesh ka raahu shatabhisha Read More »

ashlesha nakshatra samsya

अश्लेशा नक्षत्र – नक्षत्र के वृक्ष द्वारा अपनी समस्याओं को दूर करें – Aslesha Star – ashlesha nakshatra samsya

अश्लेशा नक्षत्र के देवता बुध को माना जाता है,जबकि वैज्ञानिक ष्टिकोण से नागकेशर के पेड़ को अश्लेशा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और अश्लेशा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग नागकेशर की पूजा करते है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के खाली हिस्से में नागकेशर के पेड को लगाते है,

अश्लेशा नक्षत्र – नक्षत्र के वृक्ष द्वारा अपनी समस्याओं को दूर करें – Aslesha Star – ashlesha nakshatra samsya Read More »

Scroll to Top