वस्तुओं में फेरबदल कर वास्तु दोष समाप्त करें – वास्तुदोष निवारण – vastuon mein pherabadal kar vaastu dosh samaapt karen – vastu dosh nivaran
वास्तु शास्त्र इसके रचयिता विश्वकर्माजी की मानव को अभूतपूर्व देन है। ज्योतिष विज्ञान के अंतर्गत वास्तु का एक महत्वपूर्ण स्थान है। किसी भी भवन का निर्माण करते समय उसे वास्तुनुकूल बनाना आवश्यक है क्योंकि घर में सुख, शांति एवं समृद्धि इसी पर आधारित है। वास्तु दोष होने पर भवन में कई प्रकार की परेशानियाँ, अस्वस्थता, […]