kundli ke yog

pratham bhav - sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubh ashubh vivaran va upaay

प्रथम भाव – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – pratham bhav – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubh ashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

प्रथम भाव में राहु से कालसर्प योग बनें तो शरीर, वाणी, सिर पर प्रभाव करेगा। राहु ग्रह की महादशा में ज्यादा प्रभाव होगा। शुभ योग में राज योग भी बनता हैं और अशुभ योग में शरीर रोग, कष्ट, परेशानी, तनाव व वैवाहिक जीवन में परेशानी होगी। उपाय : दुर्गा चालीसा का रोज पाठ करें और […]

प्रथम भाव – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – pratham bhav – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubh ashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din Read More »

paarijaat yog - aapakee kundalee mein shubh yog

पारिजात योग – आपकी कुंडली में शुभ योग – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – paarijaat yog – aapakee kundalee mein shubh yog – Satrahavaan Din

पारिजात योग भी उत्तम योग माना जाता है लेकिन इस योग की विशेषता यह है कि यह जिस व्यक्ति की कुण्डली में होता है वह जीवन में कामयाबी और सफलता के शिखर पर पहुंचता है परंतु रफ्तार धीमी रहती है यही कारण है कि मध्य आयु के पश्चात इसका प्रभाव दिखाई देता है। पारिजात योग

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chhatr yog - aapakee kundalee mein shubh yog

छत्र योग – आपकी कुंडली में शुभ योग – सत्रहवाँ दिन – Day 17 – 21 Din me kundli padhna sikhe – chhatr yog – aapakee kundalee mein shubh yog – Satrahavaan Din

जिस व्यक्ति की जन्म पत्रिका में होता है वह व्यक्ति जीवन मे निरन्तर प्रगति करता हुए उच्च पद प्राप्त करता है। इस भगवान की छत्र छाया वाला योग कहा जा सकता है यह योग तब बनता है तब कि कुण्डली में चतुर्थ भाव से दशम भाव तक सभी ग्रह मौजूद हों या फिर दशम भाव

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