vastu dosh nivaran marathi

vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay 5

वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय 5 – वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय – vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay 5 – vastu dosh ka nivaran tatha prabhavi upaay

रसोई की सबसे बेहतरीन जगह दक्षिण-पूर्व है, दूसरा विकल्प उत्तर-पश्चिम दिशा में है। अगर दाम्पत्य जीवन के तालमेल में कमी के संकेत मिलते हों तो रसोई तथा शयन कक्ष की वास्तु योजना पर खास तौर पर ध्यान देना चाहिए। रसोई की दीवारों का पेंट आदि का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है। रसोई घर में […]

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vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay

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सबसे पहले उठकर हमें इस ब्रह्मांड के संचालक परमपिता परमेश्वर का कुछ पल ध्यान करना चाहिए। उसके बाद जो स्वर चल रहा है, उसी हिस्से की हथेली को देखें, कुछ देर तक चेहरे का उस हथेली से स्पर्श करें, उसे सहलाएं। उसके बाद जमीन पर आप उसी पैर को पहले रखें, जिसकी तरफ का स्वर

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vaastu dosh ke nivaaran tatha prabhaavee upaay 1

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घर में नौ दिन तक अखण्ड भगवन्नाम-कीर्तन करने से वास्तुजनित दोष का निवारण हो जाता है. 8. मुख्य द्वार के ऊपर सिन्दूर से स्वस्तिक का चिन्ह बनाये.यह चिन्ह नौ अंगुल लम्बा तथा नौ अंगुल चौड़ा होना चाहिये. 9. घर के दरवाजे पर घोड़े की नाल (लोहे की) लगायें। यह अपने आप गिरी होनी चाहिए 10.

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