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kapat yog - raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal

कपट योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – kapat yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din

दो पापी ग्रह राहु और शनि जब जन्मपत्री में क्रमश: एकादश और षष्टम में उपस्थित होते हैं तो कपट योग बनता है। जिस व्यक्ति की कुण्डली में कपट योग निर्मित होता है वह व्यक्ति अपने स्वार्थ हेतु किसी को भी धोखा देने वाला होता है । इनपर विश्वास करने वालों को पश्चाताप करना होता है। […]

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paribhaasha yog - raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal

परिभाषा योग – राहु द्वारा निर्मित योग और उनका फल – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – paribhaasha yog – raahu dvaara nirmit yog aur unaka phal – Beesavan Din

जिस व्यक्ति की कुण्डली में राहु परिभाषा योग का निर्माण करता है। वह व्यक्ति राहु के कोप से मुक्त रहता है। यह योग जन्मपत्री में तब निर्मित होता है जब राहु लग्न में स्थित हो अथवा तृतीय, छठे या एकादश भाव में उपस्थित हो और उस पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो। राहु का परिभाषा

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sundar aur susheel jeevan saathee paane ke lie karen

सुंदर और सुशील जीवन साथी पाने के लिए करें – आपके घर का वास्तु शास्त्र – sundar aur susheel jeevan saathee paane ke lie karen – apke ghar ka vastu shastra

भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं मात्र थोड़े प्रयास से वह शीघ्र प्रसन्न हो जाते है। बेला के फूल भगवान शिव तो अतिप्रिय है अतः सुन्दर और सुशील जीवन साथी प्राप्ति के लिए प्रातः काल स्नान आदि के पश्चात किसी शिवमंदिर में तांबे या पीतल के लोटे में गंगा जल यदि गंगा जल

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vishvavyaapee vipattiyon ke naash ke liye mantr

विश्वव्यापी विपत्तियों के नाश के लिये मंत्र – लाल किताब के मंत्र – vishvavyaapee vipattiyon ke naash ke liye mantr – lal kitab ke mantra

देवि प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद प्रसीद मातर्जगतोऽखिलस्य। प्रसीद विश्वेश्वरि पाहि विश्वं त्वमीश्वरी देवि चराचरस्य॥ अर्थ :- शरणागत की पीडा दूर करनेवाली देवि! हमपर प्रसन्न होओ। सम्पूर्ण जगत् की माता! प्रसन्न होओ। विश्वेश्वरि! विश्व की रक्षा करो। देवि! तुम्हीं चराचर जगत् की अधीश्वरी हो। विश्वव्यापी विपत्तियों के नाश के लिये मंत्र – vishvavyapi vipattiyon ka nash ke liye

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