seena athava chhati par til ka mahatva

सीना अथवा छाती पर तिल का महत्व – शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व – seena athava chhati par til ka mahatva – sharir ke ango par til ke hone ka mahatva

सीना अथवा छाती पर तिल का महत्त्व

बाएँ तरफ़ सीने में तिल का होना सीने या ह्रदय रोग की शिकायत होने एवं मध्यस्तर के जीवनसाथी का मिलना तथा अधिक उम्र में शादी होने की स्थिति को दर्शाता है. वक्ष स्थल पर यदि तिल हो तो वह व्यक्ति अधिक कामुक होता है और अनेको प्रकार की बदनामी को झेलता है.

दाँए तरफ़ सीने में तिल का होने से सुंदर जीवनसाथी मिलता है एवं यह व्यक्ति धनवान भी होता है. परन्तु यदि तिल वक्ष स्थल पर है तो इसका प्रभाव भी बाएँ तिल के सामान होता है.

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