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मस्तक ,माथा अथवा ललाट – शरीर पर 205 तिल का रहस्य – mastak ,maatha athava lalat – sharir par 205 til ka rahasya

मस्तक ,माथा अथवा ललाट :-

१; ललाट के मध्य भाग में तिल का होना भाग्यवान माना जाता है।
२; ललाट पर बाएँ भंव के ऊपर तिल होना विलासिता को दर्शाता है। ऐसे व्यक्ति अपने रखे धन सम्पति को विलासिता में लिप्त होकर बरबाद कर देते हैं।
३; ललाट पर दाँए भंव के ऊपर तिल होना भी विलासिता को दर्शाता है परन्तु ऐसे व्यक्ति स्वयं धन अर्जित कर के उसे बरबाद कर देते हैं।

– यदि आपके माथे के दाहिनी ओर तिल है तो आपके पास धन हमेशा बढ़ता रहेगा।
– माथे के बायीं ओर तिल संकट भरे जीवन की ओर इशारा करता है।
– यदि ठुड्डी पर तिल है तो प्रेम संबंध में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
– दोनों भौहों पर तिल है तो आपका अधिकांश समय यात्रा में बितेगा।
– दाहिनी आंख पर तिल अच्छे प्रेम संबंध को दर्शाता है।
– बायीं आंख का तिल घोर चिंता और दुख की ओर इशारा करता है।
– दाहिने गाल का तिल मतलब धनवान होने के योग हैं।
– बाये गाल पर तिल निर्धनता का प्रतीक है।
– होंठ पर तिल वाले कामुक होते हैं।
– होंठ के नीचे तिल वाले निर्धनता की ओर इशारा करते हैं।
– कान पर तिल वाले व्यक्ति अल्पायु होते हैं

मस्तक ,माथा अथवा ललाट – mastak ,maatha athava lalat – शरीर पर 205 तिल का रहस्य – sharir par 205 til ka rahasya

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