आज हम पुरुष या महिला के सीने पर तिल होने के बारे में जानकारी प्राप्त करने जा रहे हैं। क्योंकि ऐसे बहुत से लोग हैं। जिसके सीने पर तिल है। यह दायीं छाती पर तिल या बायीं छाती पर तिल हो सकता है। इसलिए हम यहां दोनों छाती पर तिल होने की जानकारी प्राप्त करने जा रहे हैं।
हालांकि शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर तिल होने के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। यही जानकारी शरीर के विभिन्न अंगों के फड़कने की भी है। इसके अलावा यहां कई अपशकुन और अपशकुन भी मिलते हैं।
आपको जो भी जानकारी चाहिए वह यहां दी गई है। इसलिए आपको अलग-अलग जानकारी प्राप्त करने के लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है।
स्त्री के बाएं छाती पर तिल होना
अगर किसी स्त्री के लेफ्ट छाती पर तिल है। तो इसको शुभ माना जाता है। क्योंकि स्त्री के बाएं छाती पर तिल होना मां लक्ष्मी के प्रसन्न होने की ओर संकेत देता है। ऐसे ही स्त्रियों के ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है।
स्त्री के दायीं छाती पर तिल होना
स्त्री के दायीं छाती पर तिल होना : अगर किसी महिला के दाहिने सीने पर तिल है। तो इस तिल को भी बुरा नहीं माना जाता है। हालांकि, दाहिनी छाती पर तिल होने से विवाह में देरी होती है। और ऐसी महिलाओं का कामुक प्रकार होता है।
स्त्री के सीने के बीच में तिल होना
अगर इस महिला के सीने के बीच में तिल है। इसलिए यह तिल शुभ नहीं माना जाएगा। क्योंकि ऐसा तेल इस महिला को ही नुकसान पहुंचाएगा। कम उम्र में गलत संगत में पड़ना। गलत न होते हुए भी झूठे आरोप लगाना आदि बातें होने लगती हैं।
जब मानव शरीर का निर्माण गर्भ में हो रहा होता है, तभी उसके शरीर के अंग पर तिल भी बनते हैं। कुछ तिल जन्म के साथ शरीर में मौजूद होते हैं तो कुछ जन्म के बाद शरीर पर एक निश्चित उम्र में आ जाते हैं। तिल का रंग काला होता है, शरीर में कुछ तिल थोड़े लाल भी होते हैं।