चूड़ियां और कंगन भी शादीशुदा महिला के लिए खासा महत्व रखते हैं। कई प्रांतों में तो इनका इनका महत्व है कि सोना नहीं तो कांच की चूड़ियां पहनना जरूरी होता है। बंगाल में शका-पोला-लोहा तो पंजाब में चूड़े…अलग अलग प्रांत में अलग-अलग चलन है। कहा जाता है कि नई-नवेली दुल्हन की कलाई चूड़ियों से भरी होती है क्योंकि उस समय उनसे घर का कोई काम नहीं करवाया जाता।
