purush pushta karta hai naari shareer ke saundarya ka dambh - sambhog kaal mein stree lajja ka rahasya

पुरुष पुष्‍ट करता है नारी शरीर के सौंदर्य का दंभ – संभोग काल में स्‍त्री लज्‍जा का रहस्‍य – महिला शरीर के रहस्य – purush pushta karta hai naari shareer ke saundarya ka dambh – sambhog kaal mein stree lajja ka rahasya – mahila sharir ke rahasya

स्‍त्री अपने शारीरिक सौंदर्य पर तब तक दंभ नहीं करती, जब तक पुरुष अउसके दंभ को पुष्‍ट नहीं करता। अब भी उसका प्रेमी ही निर्णायक होता है। हर रूप में वह उसे उसका सच्‍चा रूप दिखा देता है। यद्यपि स्‍त्री को आईने में अपनी परछाई देखकर हर्ष होता है, वह मुग्‍ध हो जाती है, फिर भी उसे भय रहता है। पुरुष के निर्णय के प्रति वह शंकित रहती है। वह रोशनी बंद कर देना और बिस्‍तर में छिप जाना चाहती है। जब वह पुरुष के सम्‍मुख होती है, उसकी आंखें उसे देख रही होती है तब वह धोखा नहीं दे सकती, संघर्ष नहीं कर सकती।

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