जिसके मस्तक पर रेखा नहीं होती है, वह पुरूष धनी व दीर्घजीवी होता है। जिनके ललाट गहरे हों, वह पुरुष अपराध करने में चूकता नहीं, वो हत्या तक कर सकता है। करने वाले एंव बन्दी गृह के भोगी होते हैं। मस्तक में एक रेखा का पूर्णमान लगभग 20 वर्ष माना जाता है। इसी अनुपात से अनुभव द्वारा मनुष्य की आयु का भी निर्णय किया जाता है।
