जिनकी नाक नीचे की ओर झुकी होती है, वह व्यक्ति अपने मन की ही करता या सुनता है। चाहे लाख लोग उसे समझा लें, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
जिनकी नाक नीचे की ओर झुकी होती है, वह व्यक्ति अपने मन की ही करता या सुनता है। चाहे लाख लोग उसे समझा लें, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।