मोरपंख अत्यधिक आकर्षक होता है साथ ही तीनों लोकों की संपत्ति के स्वामी भगवान श्री कृष्ण का प्रिय और उनके मुकुट की शोभा भी है। लेकिन यह मोरपंख सिर्फ श्रृंगार के लिए नहीं बल्कि सम्मोहन और धन आकर्षण के भी प्रयोग में आता है। यदि मोर का एक पंख किसी मंदिर में श्री राधा-कृष्ण कि मूर्ती के मुकुट में ४० दिन के लिए स्थापित कर प्रतिदिन मक्खन-मिश्री का भोग सांयकाल को लगाए, ४१वें दिन उसी मोर के पंख को मंदिर से दक्षिणा-भोग दे कर घर लाकर अपने खजाने या लाकर्स में स्थापित करें. तो आप स्वयं ही अनुभव करेंगे कि धन,सुख-शान्ति कि वृद्धि हो रही है. सभी रुके कार्य भी इस प्रयोग के कारण बनते जा रहे है. ध्यान रहे यह मोर पंख पाने के लिए मोर की हत्या करना या किसी तरह से उसे हानि पहुँचना वर्जित है साथ ही भारत में दण्डनीय अपराध भी है। आप वही मोरपंख प्रयोग करें जो मोर नाचते समय स्वतः गिरा देते है।
मोर पंख से पाएं अपार धन – mor pankh se pani apar dhan – आपके घर का वास्तु शास्त्र – apke ghar ka vastu shastra