रामायण, महाभारत या युद्ध दर्शाते चित्र, राक्षस, चुड़ैल या बिलखते बच्चों का या विभीषिका दर्शाता कोई चित्र या मूर्ति न लगाएं, और यदि पहले से लगा हो, तो उसे यथाशीघ्र हटा दें।
अर्जुन को गीता का ज्ञान देते कृष्ण का चित्र भी न लगाएं। अन्यथा परिवार के सदस्यों में वैमनस्यता हो सकती है।
परिवार के स्वर्गवासी व्यक्तियों के चित्र दक्षिण-पश्चिम में लगाने चाहिए।
घर में गिद्ध, उल्लू, सियार, कौए, सूअर, सांप, बाज आदि के चित्र कदापि न लगाएं।
बच्चों के कमरे में सफल व्यक्तियों और महापुरुषों के चित्र लगाएं।
कौन से चित्र वास्तु में निषेध हैं – kaun se chitr vaastu mein nishedh hain – वास्तुशास्त्र में वर्जित – vastu shastra mein varjit