पर्याय नाम- सं. गरुणमणि। हिन्दी- करकौतुक, कर्केतन। फारसी- जबरजद्द। अं.- पेरीडॉट।
परिचय- घृतमणि एक विशेष प्रकार का पत्थर है। यह हरे, पीले, लाल, श्वेत, श्याम व मधु मिश्रित रंग का होता है। इसके ऊपर पिस्ते के समान छींटे भी होते हैं।
प्रयोग- (1) मिथुन राशि में सूर्य अथवा चन्द्रमा के होने पर घृतमणि को चाँदी की अँगूठी में लगवाकर हस्त नक्षत्र में सूर्यमन्त्र से अभिमन्त्रित करके बाएँ हाथ की अनामिका अँगुली में धारण किया जाता है।
(2) कन्या राशि पर सूर्य, चन्द्र अथवा बुध के होने पर घृतमणि को सोने की अँगूठी में जड़वाकर दाएँ हाथ की कनिष्ठिका अँगुली में धारण किया जाता है।
प्रभाव- घृतमणि की अँगूठी धारण करने से धन, संतान, स्नेह की वृद्धि होती है तथा छोटे बच्चों के गले में पहनाने से बुरी नजर का दोष, मृगी रोग का भय नहीं रहता है। सदा निर्दोष मणि धारण करना चाहिए।