दशम भाव व्यवसाय का भाव होता है इस भाव में स्थित राशि, ग्रह एवं रशिश तथा इस भाव से सम्बन्ध रखने वाले ग्रहों से व्यवसाय के विषय में जानकारी मिलती है.दशम भाव मे अग्नि तत्व की राशि जैसे मेष, सिह या धनु हो तो व्यक्ति शल्य -चिकित्सक अथवा इंजीनियर हो सकता है.
दशम भाव मे पृथ्वी तत्व की राशि यानी वृषभ, कन्या या मकर हो तो ज़मीन से जुडे हुए व्यवसाय का संकेत प्राप्त होता है. इस स्थिति में व्यक्ति कृषि, खनिज, भूगर्भवेत्ता, श्रमिक, ट्रांसपोर्टर, रेलवे इत्यादि से सम्बन्धित हो सकता है.
दशम भाव मे वायु प्रधान राशि मिथुन तुला और कुम्भ होने पर उच्च स्तर के व्यवसाय मिलते है. कुण्डली में यह स्थिति होने पर व्यक्ति लेखक, कलाकार, लेखाकार, वकील, प्रबन्धन सलाहकार और कागजो और दस्तावेजो से सम्बन्धित कार्यों मे संलग्न होता है.
दशम भाव में जलीय राशि अर्थात कर्क, वृश्चिक अथवा मीन होने पर व्यक्ति जल क्षेत्र से सम्बन्धित कार्यों को करने वाला होता है जैसे नौसेना, जलपोत, मछली विक्रेता, तैराकी आदि.