इस नक्षत्र के देव विश्व नाम के १३ देव और स्वामी सूर्य है | ये उत्साही और उमंगसे भरपूर होते हैं | ये सृजनात्मक प्रवृत्ति के होते हैं | अवसर की प्रतिक्षा किये बिना ये अपनी योजना के अनुसार काम करते रहते हैं | ये दुर्गुणों से दूर रहते हैं और सद्गुणों का विकास करते हैं |