इस नक्षत्र के देव इंद्र-अग्नि है और स्वामी गुरु है | इन जातकों में धार्मिकता बहुत पायी जाती है परन्तु साथ-साथ दंभी भी होते है | इनमे स्वार्थ परकता इतनी पायी जाती है कि ये दुसरों का बुरा कर के भी अपना स्वार्थ पूरा कर लेते हैं |
इस नक्षत्र के देव इंद्र-अग्नि है और स्वामी गुरु है | इन जातकों में धार्मिकता बहुत पायी जाती है परन्तु साथ-साथ दंभी भी होते है | इनमे स्वार्थ परकता इतनी पायी जाती है कि ये दुसरों का बुरा कर के भी अपना स्वार्थ पूरा कर लेते हैं |