how old is your soul?

आपकी आत्मा की उम्र कितनी है? – आत्मा का रहस्य | How old is your soul? – aatma ka rahasya

 

► परिचय
हम कई बार आत्मा के बारे में सोचते हैं। आत्मा के बारे में जानना चाहते हैं। कई सवाल होते हैं हमारे मन में कि वाकई आत्मा होती भी है? होती है तो हमारी आत्मा किस तरह की है।

लेकिन कुछ यह किसी तरह का कोई झूठ या भ्रम नहीं है कि बहुत सारी बातों के जरिए हम अपनी आत्मा के बारे में जान सकते हैं। यह भी कि हमारी आत्मा किस तरह की है।

क्या उसकी उम्र उतनी ही है जितनी हमारी शरीर की या फिर हमारी आत्मा की या फिर आत्मा की उम्र उस उम्र से अधिक है जो शरीर की है।

क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी आत्मा किस तरह की है? क्या आप और लोगों से अलग महसूस करते हैं या व्यवहार करते हैं? पढ़िए 11 बातें और जानिए कि क्या आपकी आत्मा एक ‘ओल्ड सोल’ (बूढ़ी आत्मा) है।

► क्या आप भी ऐसा करते हैं
1) क्या आप अपने आसपास घटने वाली हर बात पर ध्यान लगाते हैं? क्या आप अपने रिश्तों में हमेशा कोई गहरा अर्थ खोजते हैं? यहां तक कि अनजान लोगों या आस-पास की किसी भी छोटी बात के बारे में सोचते रहते हैं?

2) क्या आपको एकांत अच्छा लगता है? और आप इस एकांत में भी बहुत सारी चीजों को खुद से जोड़कर देखते हैं? जिंदगी के बारे में लगातार सोचते हैं और उन सारी चीजों के बारे में विश्लेषण करते हैं?

3) क्या आप सालों से बेहद परिवक्व व्यवहार करते आए हैं? जब आप एक छोटे बच्चे थे तो आपके परिवार के लोग हमेशा आपसे ये कहा करते थे कि आप बड़ों की तरह व्यवहार करते हैं। आप बचपन में बच्चों के साथ खेलने के बजाए बड़ों के साथ बैठना या बात करना पसंद करते थे।

4) क्या आपको छोटे-छोटे कामों को करने में बेहद आनंद आता है? क्या आपको एक कॉफी पीना पसंद है या किताब या कोई अखबार पढ़ना? आपको इत्मिनान से दोस्तों के साथ बैठना पसंद है और आराम से कुछ पकाना भी और फुर्सत से बैठ कर कुछ खाली समय बिताना भी।

5) हो सकता है आपका जिंदगी के प्रति एक दार्शनिक रुख हो। और आप दूसरी की तुलना में अपने जीने को थोड़ा और बड़े रूप में सोचते हों। जब आपकी जिंदगी में कोई परेशानी आती है तो आप सोचते हैं कि आखिर ऐसा हो क्यों रहा है और इस बीच आप जितना इससे जूझते हैं उस सबको बस इस पूरी परिस्थिति के एक हिस्से के रूप में देखते हैं।

► इन 6 आदतों पर भी ध्यान दीजिए तभी जान पाएंगे आत्मा की उम्र

6) आपको मंहगी या भौतिक चीजों के लिए कोई लालच नहीं है। आपको लोगों और अपने रिश्तों में ज्यादा सुख मिलता है। और यही आपके लिए दुनिया की बाकी सारी वस्तुओं से ज्यादा कीमती है।

7) आप हकीकत में जीना पसंद करते हैं और और आपकी रुचि किसी भी तरह की अभिव्यक्ति में भी है। वह लेखन ही सकता है, संगीत भी और भी कोई तरीका।

8) आप आध्यात्मिक रूप से संवेदनशील हैं। आप अपनी सहजबुद्घि या अनु‍भव पर सबसे ज्यादा यकीन करते हैं क्योंकि वह शायद ही कभी गलत होती है। आपको ऐसा लगता है कि आप लोगों को अच्छी तरह से भांप सकते हैं।

9) कई बार आपको लगता है कि आप बीते किसी समय के इतिहास, संस्कृति या कला से जुड़ाव महसूस करते हैं।

10) भले ही आपके कई साथी हैं, बहुत सारे दोस्त हैं लेकिन आप ज्यादातर उनसे अलग या दूर महसूस करते हैं। आप भले ही खुद को एकाकी कहलवाना ना पसंद करते हों लेकिन आप अकेले में वक्त बितना पसंद करते हैं। और आपको इस बात का फर्क समझ आता होगा कि अकेले होने और अपने एकांत में होने में क्या फर्क है?

11) कई बार आपको जिंदगी में ऐसे काम करने का मन होता हो जो दूसरों को शायद बोरिंग या पुराने फैशन का लगता हो लेकिन आपको वो सारे काम करने में आनंद आता हो। किसी रविवार जब दुनिया में अपनी-अपनी मस्तियों में गुम होते हैं आपको चुपचाप बैठकर दूर दोस्त के लिए एक चिठ्ठी लिखना अच्छा लगता है।

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