specialty of pulse astrology

नाड़ी ज्योतिष की विशेषता – नाड़ी ज्योतिष | Specialty of pulse astrology – nadi jyotish

 

अगर आपको अपनी जन्मतिथि, जन्म नक्षत्र, वार, लग्न का पता होता है तो आप आसानी से ताड़पत्री तलाश कर पाते हैं. यह विधि उनके लिए उत्तम है जिन्हें अपनी जन्मतिथि एवं जन्मसमय की जानकारी नहीं होती है.

अगर आपको भी अपनी जन्म तिथि एवं जन्म समय की जानकारी है तो आप भी इस विधि से अपना भविष्यफल जान सकते हैं. इस वधि से आप यह भी जान सकते हैं कि आपकी जन्मतिथि एवं समय क्या है (You can also find your birthdate and time). अन्य ज्योतिष विधि से अलग इसकी एक और मुख्य विशेषता यह है कि अन्य ज्योतिष विधि में बारह भाव होते हैं जिनसे फलादेश किया जाता है जबकि नंदी नाड़ी ज्योतिष विधि में सोलह भाव होते हैं

नंदी नाड़ी ज्योतिष में दिन और निश्चित समय में होने वाली घटनाओं का जिक्र भी किया गया है. निश्चित समय में होने वाली घटनाओं को आधार मानकर इससे पंचाग की सत्यता की भी जांच की जा सकती है. अगर अन्य ज्योतिष विधि से प्राप्त फलादेश का नंदी नाड़ी ज्योतिष विधि से मिलान करें तो भविष्य में आपके साथ होने वाली घटनाओं के विषय में आप निश्चित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

नाड़ी ज्योतिष में विश्वास को सबसे अधिक महत्व दिया गया है. अगर आपको नाड़ी ज्योतिष पर भरोसा है तभी आपको इस विधि से भविष्य फल जानना चाहिए. अगर ग्रहों की पीड़ा निदान आप इस विधि से जानते हैं तो उसे आपको सत्य मानकर जो उपाय बताए गये हैं उसका पालन करना होता है. मान्यताओं के अनुसार अगर बताये गये उपाय पर अविश्वास कर उसका पालन नहीं करते हैं तो ग्रहों की पीड़ा बढ़ सकती है.

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