नक्षत्र – तारासंख्या – आकृति और पहचान
अश्विनी – ३ – घोड़ा
भरणी – ३ – त्रिकोण
कृत्तिका – ६ – अग्निशिखा
रोहिणी – ५ – गाड़ी
मृगशिरा – ३ – हरिणमस्तक वा विडालपद
आर्द्रा – १ – उज्वल
पुनर्वसु – ५ या ६ – धनुष या धर
पुपुष्य – १ वा ३ – माणिक्य वर्ण
अश्लेषा – ५ – कुत्ते की पूँछ वा कुलावचक्र
मघा – ५ – हल
पूर्वाफाल्गुनी – २ – खट्वाकार X उत्तर दक्षिण
उत्तराफाल्गुनी – २ – शय्याकारX उत्तर दक्षिण
हस्त – ५ – हाथ का पंजा
चित्रा – १ – मुक्तावत् उज्वल
स्वाती – १ – कुंकुं वर्ण
विशाखा – ५ व ६ – तोरण या माला
अनुराधा – ७ – सूप या जलधारा
ज्येष्ठा – ३ – सर्प या कुंडल
मुल – ९ या ११ – शंख या सिंह की पूँछ
पुर्वाषाढा – ४ – सूप या हाथी का दाँत
उत्तरषाढा – ४ – सूप
श्रवण – ३ – बाण या त्रिशूल
धनिष्ठा – ५ – मर्दल बाजा
शतभिषा – १०० – मंडलाकार
पूर्वभाद्रपद – २ – भारवत् या घंटाकार
उत्तरभाद्रपद – २ – दो मस्तक
रेवती – ३२ – मछली या मृदंग