धार्मिक कार्य, विवाह सम्बन्धी कार्य, गृह –शान्ति, यज्ञ-हवन, दान-पुण्य, मांगलिक कार्य, देव प्रतिष्ठा, न्यायिक कार्य, नवीन वस्त्र-आभूषण धारण, विद्याभ्यास, वाहन क्रय-विक्रय, तीर्थाटन, बड़ों से मिलना, कोष संग्रह, नवीन काव्य लेखन के लिये शुभ होती है ।
धार्मिक कार्य, विवाह सम्बन्धी कार्य, गृह –शान्ति, यज्ञ-हवन, दान-पुण्य, मांगलिक कार्य, देव प्रतिष्ठा, न्यायिक कार्य, नवीन वस्त्र-आभूषण धारण, विद्याभ्यास, वाहन क्रय-विक्रय, तीर्थाटन, बड़ों से मिलना, कोष संग्रह, नवीन काव्य लेखन के लिये शुभ होती है ।