वर की राशि के वर्ण से कन्या की राशि का वर्ण उत्तम होने पर वर्ण दोष होता हैं। लोकिन यदि वर के राशीश का वर्ण कन्या के राशीश के वर्ण से उत्तम हो तो वर्ण दोष का परिहार हो जाता हैं। सभी ग्रहों के वर्ण इस प्रकार हैं – रवि का वर्ण क्षत्रिय चन्द्र का वैश्यः मंगल का क्षत्रिय बुध का शुद्र गुरू का ब्राह्मण शुक्र का ब्राह्मण और शनि का शूद्र हैं।
