अमावस्या पर कालसर्प यंत्र की स्थापना करें, इसकी विधि इस प्रकार है-आज सुबह नित्य कर्मों से निवृत्त होकर भगवान शंकर का ध्यान करें और फिर कालसर्प दोष यंत्र का भी पूजन करें। सबसे पहले दूध से कालसर्प दोष यंत्र को स्नान करवाएं, इसके बाद गंगाजल से स्नान करवाएं। तत्पश्चात गंध, सफेद पुष्प, धूप, दीप से पूजन करें। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का रुद्राक्ष की माला से जाप करें। कम से कम एक माला जाप अवश्य करें।
मंत्र
अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्।
शंखपाल धार्तराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा।।
एतानि नव नामानि नागानां च महात्मनाम्।
सायंकाले पठेन्नित्यं प्रात:काले विशेषत:।।
तस्मै विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत्।।
कालसर्प यंत्र की स्थापना करें – अमावस्या पर करें कालसर्प दोष निवारण के ये उपाय – kaal sarp yantr kee sthaapana karen – amavasya par karen kaal sarp dosh nivaaran ke ye upaay – बीसवां दिन – Day 20 – 21 Din me kundli padhna sikhe – Beesavan Din