अपने स्तनों के आकार और उनके सैगीनेस (बिन कसाव के) को लेकर महिलायें अक्सर खुलकर बात नहीं करतीं। हालांकि इस बात को लेकर वे काफी संशय में जरूर रहती हैं। कई महिलायें इसे आत्मसम्मान का मुद्दा भी बना लेती हैं।
हालांकि, उम्र और उसके प्रभावों को पूरी तरह नकारा नहीं जा सकता, लेकिन कुछ तरीके हैं जिन्हें आजमाकर सैगिंग का सामना किया जा सकता है और वो भी बिना सर्जरी के-
जब आप सैगी ब्रेस्ट का सामना कर रही हों, तो सबसे जरूरी है कि आप वजन को काबू रखें। कड़ी डायटिंग आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है। इसके साथ ही इसका आपके लुक पर भी असर पड़ता है। तो, बेहतर है कि वजन कम करने के अपने लक्ष्य की ओर धीरे-धीरे बढ़ें। संयम रखें और जितना हो सके अतिरिक्त वजन से छुटकारा पाएं। जब आपका वजन जरूरत से ज्यादा अथवा कम हो जाता है, तो इसका असर आपके स्तनों के लुक पर भी पड़ता है। इससे आपकी त्वचा पर निशान भी आ सकते हैं।
अगर आप ढीले स्तनों से परेशान हैं और आप इसे दूर करना चाहती हैं, तो धूम्रपान से दूर रहें। अगर आप धूम्रपान नहीं करतीं, तो कोशिश करें कि परोक्ष धूम्रपान से दूर रहें। धूम्रपान से आपके चेहरे पर ही झुर्रियां नहीं आतीं, बल्कि इससे स्तनों को नुकसान पहुंचता है। धूम्रपान से समय के साथ-साथ त्वचा अपना लचीलापन खो देती है। सिगरेट के प्रभाव फौरन नजर नहीं आते, लेकिन कुछ समय बाद आपकी त्वचा पर सिगरेट के दुष्प्रभाव नजर आने लगते हैं।
आप एक और तरीका आजमा सकती हैं। व्यायाम के दौरान एक सही स्पोर्ट्स ब्रा पहनें। दौड़ने से आपके स्तनों को सहारा देने वाले स्नायुबंधों पर काफी जोर पड़ता है। ऐसे में आपको ऐसे कपड़े चुनने चाहिए जिससे उनकी गति को नियंत्रित किया जा सके। इससे आप सैगिंग से बचा जा सकता है।
सही पॉश्चर आपमें आत्म-सम्मान बढ़ाता है। इससे आप पतली भी नजर आती हैं साथ ही आपके स्तन भी सही शेप और आकार में दिखायी देते हैं। जरूरी है कि सीधी खड़ी हों। कंधे और कमर न झुकायें। इससे भी काफी फर्क पड़ता है।
मसाज भी आपकी काफी मदद कर सकती है। अपने आप मसाज करने से आपके स्तनों को स्थिर रखने वाले द्रव का स्राव होता है। इससे आपके स्तन सही आकार में रहते हैं।
अपनी अपर बॉडी को सही आकार में रखने के लिए पुश-अप्स काफी अच्छा व्यायाम माना जाता है। इससे आपके स्तन सही आकार में रहते हैं। अगर आपको पुश-अप्स करने की आदत नहीं है, तो यह काम आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। शुरुआत में आप घुटने जमीन पर टिकाकर भी पुश-अप्स कर सकती हैं। पुश-अप्स से स्तन के उत्तकों को अधिक शक्ति मिलती है।
स्तनों को सैगिंग से बचाने का एक और तरीका है कि आप वेट ट्रेनिंग करें। आप डंबल के साथ कुछ एक्सरसाइज कर सकती हैं। आप डंबल के साथ कुछ व्यायाम कर सकती हैं। अगर आप चाहें तो अपने फिजिकल ट्रेनर से कुछ अन्य व्यायाम भी पूछ सकती हैं।
अपने स्तनों को सही आकार में रखने के लिए हम सब प्रयास करती हैं। जीवन में काफी कुछ होता रहता है, जिसका असर आपके स्तनों पर पड़ता है। तो ऐसे में घबराएं नहीं। आप अकेली इस समस्या से नहीं जूझ रहीं। खुद को फिट रखने का प्रयास कीजिए और इस समस्या से कुछ हद तक छुटकारा पाइए।