मंगल की अनुकूलता के लिए मंगलवार का व्रत व शिवजी की स्तुति करें और ध्यान के लिए निम्न मंत्र जप करें।
ऊँ अग्निर्मूर्धा दिवः ककुत्पतिः पृथिव्या अयम। अपां रेता सि जिन्वति।।
बीज मंत्र – ऊँ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः।।
मंगल की अनुकूलता के लिए मंगलवार का व्रत व शिवजी की स्तुति करें और ध्यान के लिए निम्न मंत्र जप करें।
ऊँ अग्निर्मूर्धा दिवः ककुत्पतिः पृथिव्या अयम। अपां रेता सि जिन्वति।।
बीज मंत्र – ऊँ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः।।