grah shanti ke liye

ग्रह शान्ति के लिये – इन्द्रजाल में कैसे करें वशीकरण – grah shanti ke liye – indrajaal mein kaise karen vashikaran

यदि सूर्य हो दुष्प्रभावी – वैसे तो सूर्य एक तारा है किन्तु हमारे जीवन पर का इसका बड़ा गहरा और स्थाई प्रभाव पड़ता है। यदि कहैं कि पृथ्वी का सारा जीवन ही सूर्य पर ही निर्भर है तो बिल्कुल भी अनुचित नहीं होगा। इंसान के शरीर में आखें, कलेजा, हड्डी, इड़ा नाड़ी, शारीरिक गठन, बुद्धि, मानसिक स्वास्थ्य, सिर दर्द, बुखार, टी. वी., मधुमेय, अतिसार, फेफडा़ तथा ह्रदय संबंधी रोगों का भी यही कारक ग्रह है।

जिस जातक की राशि में सूर्य ग्रह दुष्प्रभावी हो वह यदि इन जांचे-परखे अचूक टोटकों को पूरे विश्वास के साथ अपनाए तो निश्चित रूप से लाभ पहुंचता है।

कुछ अति महत्वपूर्ण एवं आजमाए हुए टोटके इस प्रकार हैं:

१. कोई महत्वपूर्ण कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व तथा कहीं यात्रा पर निकलने से पूर्व थोड़ा गुड़ खाकर तथा पानी पीकर ही निकलें।

२. हरिवंश पुराण का पाठ करें का सुने ।

३. रविवार के दिन नमक का सेवन न करें हो सके तो पूरा उपवास रखें । इस दिन सफेद कपड़े ही पहने।

४. दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में ५ रत्ती का उत्तम किस्म का माणिक्य सोने या तांबे की अंगूठी में पहने। यह अंगूठी रविवार के दिन प्रात: ब्रह्ममुहूर्त में ही पहने ।

५. क्षमता के अनुसार तांबे के दो टुकड़े लाकर एक को रविवार के दिन बहती हुई नदी में बहा दें।

६. रविवार के दिन किसी एक गरीब की सेवा अवश्य करें ।

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