मन्त्रः-
“राम कृपा नासहिं सब रोगा ।
जौं एहि भाँति बने संजोगा ।।”
केशर की स्याही से कागज के ऊपर ‘राम’ लिखकर उपरोक्त मन्त्र पढ़ें । पुनः ‘राम’ शब्द लिखें और फिर उपरोक्त मन्त्र पढ़ें । यही क्रिया १०००० बार करें ।
जब आवश्यकता हो कागज के ऊपर ‘राम’ शब्द लिखकर उपरोक्त मन्त्र पढ़ें । इस भाँति सात बार करके कागज को जल में घोलकर पानी रोगी को पिला दें । कितना ही असाध्य और पुराना रोगी भी इस प्रकार से स्वस्थ हो जाता है ।