अनार की छाल, हल्दी, दारू हल्दी, चन्दन, सरसों और मसूर की दाल को बराबर लेकर पिस-घोटकर उबटन बनायें | 108 लक्ष्मी मंत्र से सिद्ध करें | इसे उबटन की तरह लगाकर सुखाकर जो युवती स्नानादि करके किसी भी पुरुष के सामने जाये, तो वह वशीभूत हो जायेगा |
अनार की जड़ में किसी स्त्री के अधोवस्त्र दबाकर, जल देकर उसके नाम पर लक्ष्मी मंत्र की जाप करके वशीकरण की कामना करें, तो वह स्त्री वशीभूत हो जाती है | पुरुष के लिए श्रीकृष्ण का मंत्र पढ़े | वशीकरण के लिए शाबर, डामर मंत्र भी कार्य करते हैं |
एक ही पेड़ के अनार के पके हुए 1188 दाने लेकर किसी भी स्त्री-पुरुष (यह केवल प्रेम और प्रणयभाव के लिए है) के अधोवस्त्र में लपेटकर बरगद की जड़ में 24 घण्टे दबा दें | इसके बाद इसे निकालकर एक-एक करके
ॐ नम: मोहिनी कमलवासिनी …
वशीकृत कूरूँ- कूरूँ नम: नमे |
जल में अर्द्धरात्रि को डालें, तो दाने की समाप्ति पर वह स्त्री या पुरुष सभी बंधन तोड़कर वहां आ जायेंगे |
एक साबुत पका हुआ अनार लेकर उसे गोरोचन में चारों ओर से सिक्त करें; फिर उसे पान के पत्ते पर रखकर अर्द्धरात्रि में पूर्ण एकाग्रचित होकर 1188 मंत्र पढ़ें | जिसे वशीकृत करना हो, उसका नाम खाली जगह पर जपें | वह निश्चित वशीकृत होगा |
एक पके हुए अनार में 21 लौंग चीरकर, पान के पत्ते में लपेटकर बांध दें | इसे अपने सिरहाने रखें | प्रतिदिन रात्रि में इसे हाथ में लेकर 108 बार उपर्युक्त वशीकरण मंत्र पढ़ें | इस प्रकार 9 रात्रि करें | इसके बाद लौंग निकालकर छाया में सुखा लें | वांछित स्त्री-पुरुष को 21 दिन किसी बहाने खिलायें, तो वह हमेशा के लिए वश में हो जायेगा |