हल्दी की माला बनाकर ‘ॐ ह्रीं श्रीं श्रीं श्रीं कमलाये नम: |’ – मंत्र 1188 बार जपने से धन, भोग, प्रेम और विवाह सम्बन्धी मनोकामना पूर्ण होती है |
हल्दी के मनकों की माला पहनने और श्रीमंत्र का जाप करने से सभी कामनाएं पूर्ण होती हैं |
हल्दी, दारु हल्दी, काली हल्दी, सहदेई और गोरोचन को घोट-पीसकर, 1188 मंत्र से सिद्ध करके तिलक करें, तो जो देखे वश में हो जाये |
हल्दी, धनिया, बरगद की जड़, आक की जड़ और आम की जड़ या गूलर की जड़-इन सबको हल्दी रंगे कपड़े में बांधकर 108 मन्त्रों से सिद्ध करके घर के उत्तर में दबा दें | तीन दिन बाद इसे निकालकर तिजोरी में रखें, तो धन कभी न घटे |
गांठ समेत हल्दी का पौधा उखाड़कर कार्तिक माह की षष्ठी की सुबह सूर्योदय के समय 108 सूर्य मंत्र या विष्णु मंत्र से अभिमंत्रित करें | अभिमन्त्रण के समय कमर-भर स्वच्छ जल में नंगे पांव नग्न होकर या एक वस्त्र में (भीगा) खड़े रहें और सूर्य की ओर मुख रखें |
यह पौधा घर के दरवाजे पर लगा दें, तो सूखने पर भी सभी मनोकामना की पूर्ति होगी |