नागपुष्पी की जड़ को 108 शिव मंत्र से सिद्ध करके चांदी के ताबीज में गले में धारण करने से –
मृत्युयोग कटता है |
आयु बढ़ती है |
सर्प का भय नहीं रहता |
भूत-प्रेत का भय नहीं रहता |
दरिद्रता का नाश होता है |
जो दृष्टि मिलाये वशीभूत होता है |
नागपुष्पी की जड़ को 108 शिव मंत्र से सिद्ध करके चांदी के ताबीज में गले में धारण करने से –
मृत्युयोग कटता है |
आयु बढ़ती है |
सर्प का भय नहीं रहता |
भूत-प्रेत का भय नहीं रहता |
दरिद्रता का नाश होता है |
जो दृष्टि मिलाये वशीभूत होता है |