aapakee kismat aur kar dega maalaamaal

आपकी किस्मत और कर देगा मालामाल – लाल किताब के रामबाण उपाय – aapakee kismat aur kar dega maalaamaal – lal kitab ke ramban upay

ये काला धागा कुछ ही दिनों में चमका देगा आपकी किस्मत और कर देगा मालामाल

अगर आप मालामाल होना चाहते हैं तो काले धागे का ये आसान प्रयोग करें, इससे आपकी किस्मत भी बदल जाएगी।

जब भी हमारे खुशियां दुख में बदल जाए या हमेशा प्राप्त होने वाला धन लाभ अचानक हानि में बदल जाए या परिवार का आपसी तालमेल बिगड़ जाए इसी प्रकार की घटनाएं होने लगे तक संभव है कि आपको या आपके परिवार या आपकी जॉब या व्यवसाय को किसी की बुरी नजर लगी हो। इससे बचने के लिए ज्योतिष में कई तरीके बताए गए हैं। जैसे छोटे बच्चों या लड़कियों की सुंदरता को किसी भी बुरी नजर न लगे इसके लिए उन्हें काला टीका लगाना चाहिए।

किस्मत और पैसों के लिए रेशमी या सूती काला धागा बाजार से लेकर आएं और मंगलवार के दिन शाम को ये धागा हनुमान मंदिर लेकर जाएं। इस धागे में नौ छोटी-छोटी गांठ बांध लें। इस धागे पर हनुमान जी के पैरों का सिंदूर लगा लें। इस धागे को अपने घर के मेन दरवाजे पर बांध दें या तिजोरी पर बांध दें। इससे आपके घर में पैसों की आवक बढ़ जाएगी। ऐसे धागे से आपकी किस्मत जरूर बदल जाएगी।

बहुत कम लोगों के पैर में होती है ये किस्मत और पैसों वाली लाइन

एक बार अपने पैरों को गौर से जरूर देखें, आपके भी पैरो में किस्मत और पैसों वाली लाइन हो सकती है। जिससे आप कम समय में भाग्यशाली और अमीर बन सकते हैं।

हथेली की ही तरह पांवतल में पाई जाने वाली रेखाएं और उसकी बनावट भी किसी व्यक्ति के भविष्य और स्वभाव को बताती है।

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति के पावं की तर्जनी यानी इंडैक्स फिंगर कुछ स्थुल और पुष्ट हो और कनिष्टिका लम्बी हो तो ऐसा व्यक्ति सुखी और पैसे वाला होता है। साथ ही अगर अंगूठे के नीचे से एक छोटी सी रेखा निकलती है जिसे सृमद्धि रेखा कहते हैं। ऐसा व्यक्ति बहुत धनवान और गुणवान होता है। यह रेखा जितनी लम्बी होती है। उतनी ही ज्यादा शुभ फल देने वाली मानी जाती है। एड़ी गोलाकार व नरम सुन्दर होती है तो ऐसे व्यक्ति का जीवन हर तरह के ऐश्वर्य और सुख से भरा होता है।

जिनके पैरों में ये दोनों विशेषताएं पाई जाती है वे लोग दुसरों की तुलना में बहुत जल्दी सफलता प्राप्त करते हैं। निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं। सरल भाषा में कहें तो सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग बहुत किस्मत वाले होते हैं।

जूते-चप्पल का गुम होना या टूटना भी इशारा करता है बदकिस्मती की ओर, जानें कैसे

क्या आपके साथ यह समस्या होती है कि जूते-चप्पल काफी कम समय में ही टूट जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार बार-बार जूते-चप्पल चोरी होना या खो जाना भी कुछ इशारा करता है। इनके खोने पर आर्थिक हानि तो होती है साथ ही यह शनि दोष की संभावना को भी व्यक्त करता है।

क्या आप जानते हैं कि हमारे शरीर में शनि का वास पैरों में होता है। शनि ग्रह को क्रूर ग्रह माना गया है, इन्हें देवताओं में न्यायाधिश का पद प्राप्त है। सभी के अच्छे-बुरे कर्मों का फल शनिदेव ही देते हैं। ज्योतिष के अनुसार हमारे शरीर में भी सभी ग्रहों के अलग-अलग विशेष स्थान बताए गए हैं। जैसे शनि ग्रह हमारे पैरों का प्रतिनिधित्व करता है।

यदि व्यक्ति के जूते-चप्पल का बार-बार टूट जाते हैं या गुम हो जाते हैं तो समझना चाहिए कि शनि उसके विपक्ष में है। कुंडली में जब शनि अशुभ स्थिति में होता है तो इस प्रकार जूते-चप्पल टूट जाते हैं। पैरों का प्रतिनिधित्व करने वाला शनि अपना अशुभ प्रभाव दिखाने के लिए ऐसा करवाता है। जब ज्यादातर ऐसा होने लगे तो समझ जाना चाहिए शनि देव आपकी बदकिस्मती की ओर इशारा कर रहे हैं। यानी समझें आपके परेशानियों भरे दिन आने वाले हैं।

जब ऐसा बार-बार होने लगे तो शनि संबंधी दोषों को दूर करने के लिए विशेष उपाय करने चाहिए। साथ ही किसी ज्योतिष विशेषज्ञ को कुंडली दिखाकर आवश्यक पूजन आदि करने चाहिए। शनि से बचने के लिए सबसे सरल उपाय है कि प्रति शनिवार शनिदेव को तेल चढ़ाएं। एक कटोरी में तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें और इस तेल को किसी गरीब व्यक्ति को दान करें।

घर सजाने की ये चीजे अनोखी जरूर है लेकिन इनसे चमक जाती है किस्मत

आपने कभी सोचा नहीं होगा कि सजावट की वस्तुएं भी आपके लिए लकी हो सकती है। ये चीजें अधिकांश घरों में आसानी से मिल जाती है लेकिन कम ही लोग ऐसे हैं जो घर की सजावट में इन वास्तु या फेंगशुई संबंधित चीजों का ध्यान रखते हैं। यदि घर की सजावट फेंगशुई आइटम्स से की जाए तो घर सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है।

– मछलियाँ, दर्पण, क्रिस्टल, घंटी, बाँसुरी, कछुआ, , सिक्के, लाफिंग बुद्धा आदि घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने का कार्य करते हैं।

– हाथी का जोड़ा संतान इच्छुक दम्पति के कमरे में रखना बहुत शुभ माना जाता है। इसे मुख्य द्वार के पास लगाना सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।

– घर में एक्वेरियम रखने से घर की सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है।

– ड्रेगन के मुंह वाला जीवन यान घर की सुख-समृद्धि के साथ ही परिवार की आयु में वृद्धि की द्योतक है।

– मछली जल की प्रतीक होती है और फेंगशुई में जल एक प्रमुख तत्व है। यह धन का प्रतीक है। जल की उपस्थिति घर या कार्यालय में माँगलिक ऊर्जा की सूचक है, जिसका फल सौभाग्यवद्र्धक होता है।

– मछली परीक्षा में सफलता, नौकरी में पदोन्नति एवं उपलब्धि की प्रतीक मानी जाती है।

– फेंगशुई की मान्यता के अनुसार लाफिंग बुद्धा घर में रखने से घर में हमेशा खुशी और प्रसन्नता का माहौल बना रहता है।

किस्मत बदल सकती है अगर आपके साथ रहें ये लोग

आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है? भला कोई किसी की किस्मत कैसे बदल सकता है लेकिन ये बात सच है। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो खुद तो भाग्यशाली होते ही हैं साथ ही लोगों की किस्मत बदलने की ताकत रखते हैं। ऐसे लोग अगर पैसों के लेनदेन या बिजनेस के बड़े सौदों में किसी के साथ रहे तो उसे बड़ा फायदा दिलाते हैं। अगर आपके साथ कुछ बुरा होने वाला है तब आपके साथ ऐसे किस्मती लोग हों तो वो बला भी टल जाती है। ऐसे लोगों को साथ रख कर काम करने से हर काम में सफलता मिलती है और किस्मत का साथ भी मिलता है।

जानें कैसे होते हैं ये लोग- जिन लोगों के नीचे वाले होंठ पर तिल होता है वो लोग अपने लिए तो लकी होते ही है दूसरों के लिए भी भाग्यशाली होते हैं।

– जिन लोगों के सीने पर तिल हो यानी गले से थोड़ा नीचे वक्ष स्थल पर हो तो ऐसे लोग भी दूसरों की किस्मत बदल देते हैं।

– ऐसी लड़कियां जिनकी आंखें बड़ी, सुंदर या कमल की तरह होती हैं वो दूसरों की किस्मत भी बदल देती हैं।

– ऐसी लड़कियां जिनकी कुंडली में लक्ष्मी योग बनता है वो दूसरों की किस्मत भी बदल देती है।

– ऐसी महिलाएं या लड़कियां जिनके बाल कमर तक लंबे हों वो बहुत भाग्यशाली होती हैं।

– जिन लोगों के आंख के नीचे तिल हो और वो उन्हें दिखता हो ऐसे लोग भी किस्मत बदलने वाले होते हैं।

– जिन लोगों के पैर या हथेली में मछली का निशान हो।

– जिस महिला के पैर की मध्यमा अंगुली, अंगुठे से बड़ी हो वो बहुत भाग्यशाली होती है।

काला धागा और नारियल दूर कर देगा आपकी पैसों की किल्लत

यदि आप लोन या कर्ज या उधार से परेशान हैं, लगातार पैसों की किल्लत बनी रहती है। तमाम कोशिशों के बाद भी आपको मानसिक शांति नहीं मिल पा रहा है तो ज्योतिष के अनुसार एक सटीक उपाय बताया गया है। ये उपाय शनिवार को करें।

ऐसा माना जाता है कि हमारे सुख और दुख के पीछे ग्रहों की शुभ और अशुभ स्थिति होती है। कुंडली में स्थित नौ ग्रहों में यदि कोई एक ग्रह भी अशुभ फल देने वाला है तो व्यक्ति को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सभी नौ ग्रहों में सर्वाधिक शनि को क्रूर ग्रह माना जाता है। शनि को न्यायाधीश का पद प्राप्त है और यही हमारे अच्छे-बुरे का फल प्रदान करता है। ये एक मात्र ऐसा ग्रह है जो एक साथ पांच राशियों पर सीधे-सीधे प्रभाव डालता है। तीन राशि पर साढ़ेसाती रहती है और दो राशियों पर ढैय्या रहती है। अत: इन परिस्थितियों में यदि कोई व्यक्ति परेशानियों का सामना कर रहा है तो उसे शनिवार के दिन ये उपाय करना चाहिए-

शनिवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें और सभी नित्य कर्मों से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं। इसके बाद श्रीगणेश सहित इष्ट देवी-देवताओं का स्मरण करें। इसके बाद आपकी जितनी लंबाई है उतना ही काला धागा लें और इसे नारियल पर लपेट लें।

इस दौरान शनि देव स्मरण करते रहे। धागा लपेटने के बाद नारियल का विधिवत पूजन करें। पूजन होने के बाद इस नारियल को किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें। यदि व्यक्ति के शहर में नदी ना हो तो किसी तालाब, कुएं आदि में प्रवाहित किया जा सकता है। नारियल प्रवाहित करते समय इष्ट देव और शनि देव से बुरा प्रभाव समाप्त करने की प्रार्थना करें।

इस उपाय के बाद स्वयं को सभी प्रकार के अधार्मिक कृत्यों से दूर रखें और एक कटोरी में तेल लेकर उसमें अपनी परछाई देखें और इस तेल को दान कर दें।

हल्के में न लें, हाथ के इन निशानों को, आसानी से किस्मत खुल जाती है इनसे

बंगला और गाड़ी का सुख हर व्यक्ति का सपना होता है, लेकिन कुछ ही लोग होते है।जिनका जीवन सुखी और संपन्न होता है। कहते हैं सभी भौतिक सुख उसी को मिलते है, जिसके हाथ में राज्य योग होता है। क्या आपका भाग्योदय होगा? क्या आपको मिलेगा बंगला और गाड़ी? क्या आपके हाथ में है राज्य योग आइए जानते हैं।

– जिसके हाथ में सूर्य रेखा यानी रिंग फिंगर से कलाई की ओर जाने वाली रेखा बलवान हो और गुरु पर्वत(इंडेक्स फिंगर के नीचे वाला हिस्सा) श्रेष्ठ हो,तो राज्य योग बनता है।

– यदि हाथ में गुरु पर्वत अच्छा हो और साथ ही सभी अंगुलिया पतली और लम्बी हो।

– शुक्र पर्वत (अंगूठे का नीचला हिस्सा) के नीचे स्वास्तिक चिन्ह हो।

– गुरु पर्वत अच्छा हो तथा उस पर से रेखा सूर्य पर्वत (मिडिल फिंगर के नीचे वाला हिस्सा) की ओर जा रही हो।

– यदि मणिबंध(कलाई पर बनी जंजीरनुमा रेखाओं) से भाग्य रेखा निकलती है। तो भी ऐसे इंसान की किस्मत जल्दी ही चमक जाती है। उपर लिखे सभी चिन्ह राज्य योग कहलाते हैं। राज्य योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति सभी सुख-सुविधाओं से पूर्ण जीवन व्यतीत करने में विश्वास रखता है। लेकिन जीवन में बयालिसवे साल के बाद राज्य योग वालो का भाग्योदय होता है। उस व्यक्ति को गाड़ी,बंगला व भूमि का सुख मिलता है। ऐसा व्यक्ति चतुर तथा विपति में भी धैर्य रखने वाला होता है।

रात में घर के मंदिर को ढंक कर रखना चाहिए, क्योंकि

सुबह-सुबह घर के मंदिर में विराजित भगवान के दर्शन मात्र से हमारा दिन शुभ हो जाता है। साथ ही दिनभर सकारात्मक विचारों का प्रवाह बना रहता है। कार्यों में आ रही बाधाएं स्वत: ही समाप्त हो जाती हैं। शास्त्रों के अनुसार मंदिर के आसपास का वातावरण बहुत ही संवेदनशील होता है। मंदिर में स्थित भगवान घर में होने वाली हर छोटी-बड़ी घटना को प्रभावित करते हैं। इसी वजह से जाने-अनजाने हमारे द्वारा यदि कोई गलत कार्य हो जाता है तो हमें उसके बुरे प्रभाव झेलना पड़ते हैं।

ऐसा माना जाता है भगवान हर पल जागृत अवस्था में ही रहते हैं लेकिन रात के समय उन्हें प्रतिकात्मक रूप से विश्राम कराया जाना चाहिए। इसके लिए कुछ नियम बताए गए हैं। जिस प्रकार दिनभर के कार्य के बाद हमें थकान होती है और रात में विश्राम करने के बाद अगले दिन फिर से तरोताजा हो जाते हैं। ठीक इसी प्रकार प्रतिकात्मक रूप से रात के समय भगवान को विश्राम कराया जाना चाहिए। इसके लिए रात के समय घर के मंदिर को पर्दे से ढंक देना चाहिए।

वैसे तो घर में भगवान का कक्ष या मंदिर अलग ही होना चाहिए लेकिन कुछ घरों में पर्याप्त जगह न होने के कारण भगवान को कमरे में या कीचन में ही विराजित किया जाता है। ऐसे में रात के समय मंदिर को ढंक देने से भगवान भी विश्राम की अवस्था में आ जाते हैं। ऐसा माना जाता है। इस संबंध में ध्यान रखने वाली बात यह है कि पति-पत्नी के कमरे में भगवान को विराजित नहीं करना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है। बेडरूम में श्रीकृष्ण और राधा का चित्र अवश्य लगाया जा सकता है।

बुधवार को इस मंत्र के जप से दूर होगा हर संकट

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार बुधवार को श्रीगणेश का दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीगणेश का ध्यान करने से हर संकट टल जाता है और हर मनोकामना पूरी हो जाती है। यदि आप चाहते हैं कि आपके जीवन से हर संकट दूर जाए तो बुधवार के दिन नीचे लिखे मंत्र का जप विधि-विधान से करें।

मंत्र

ऊँ गजाननं भूंतागणाधि सेवितम्, कपित्थजम्बू फलचारु भक्षणम्।

उमासुतम् शोक विनाश कारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम् ।।

जप विधि

– प्रति बुधवार सुबह जल्दी उठकर सर्वप्रथम स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र पहनें।

– इसके बाद भगवान श्रीगणेश की पूजा करें और उन्हें लड्डू का भोग लगाएं।

– इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश का आसन ग्रहण करें।

– तत्पश्चात हरे पन्ने की माला से ऊपर लिखे मंत्र का जप करें।

– इस मंत्र का प्रभाव आपको कुछ ही समय में दिखने लगेगा।

चाहें ज्यादा आमदनी व बचत तो बोलें ये 8 सरल लक्ष्मी मंत्र

लाभ-हानि जीवन का हिस्सा है। जीवन के हर क्षेत्र में हार-जीत और खोने-पाने का सिलसिला चलता रहता है। यह सच जानते हुए भी हर व्यक्ति स्वाभाविक रूप से घाटे या नुकसान से बचने की तमाम कोशिशें करता है, किंतु कहीं न कहीं बुरे समय या किसी चूक से उसे मुश्किलों से दो-चार होना ही पड़ता है।

शास्त्रों में ऐसे ही विपरीत हालात से बचने और बाहर आने के लिए देव उपासना का महत्व बताया गया है। मातृशक्ति लक्ष्मी को सभी संपत्ति, सिद्धि और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। इसलिए खासतौर पर जब व्यक्ति आर्थिक परेशानियों से घिर जाता है और परिवार तंगहाली या कारोबार में घाटे के दौर से गुजर रहा हो तो माता लक्ष्मी के आठ रूपों यानी अष्टलक्ष्मी की उपासना व मंत्र ध्यान आमदनी व बचत बढ़ाने वाले माने गए हैं।

जानते हैं शुक्रवार के दिन लक्ष्मी की सामान्य पूजा विधि व 8 सरल लक्ष्मी मंत्र-

– शुक्रवार के दिन शाम के समय स्नान कर घर के देवालय में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर केसर मिले चन्दन से अष्टदल बनाकर उस एक मुट्ठी चावल रख जल कलश रखें।

– कलश के पास हल्दी से कमल बनाकर उस पर माता लक्ष्मी की मूर्ति प्रतिष्ठित करें।

– माता लक्ष्मी की मूर्ति के सामने श्रीयंत्र भी रखें।

– इसके अलावा सोने-चांदी के सिक्के, मिठाई, फल भी रखें।

– इसके बाद माता लक्ष्मी के आठ रूपों की इन मंत्रों के साथ कुंकुम, अक्षत और फूल चढ़ाते हुए पूजा करें-

– ॐ आद्यलक्ष्म्यै नम:।

– ॐ विद्यालक्ष्म्यै नम:।

– ॐ सौभाग्यलक्ष्म्यै नम:।

– ॐ अमृतलक्ष्म्यै नम:।

– ॐ कामलक्ष्म्यै नम:।

– ॐ सत्यलक्ष्म्यै नम:।

– ॐ भोगलक्ष्म्यै नम:।

– ॐ योगलक्ष्म्यै नम:।

– इसके बाद धूप और घी के दीप से पूजा कर नैवेद्य या भोग लगाएं।

– श्रद्धा भक्ति के साथ माता लक्ष्मी की आरती करें।

– आरती के बाद जानकारी होने पर श्रीसूक्त का पाठ भी करें।

– अंत में उपासना में हुई त्रुटि के लिए क्षमा मांग तन, मन और धन की परेशानियों को दूर करने की कामना करें।

सफलता के लिये बुधवार को इस खास मंत्र से करें गणेश पूजा

हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पहले भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है। क्योंकि श्री गणेश बुद्धि से सफलता देने वाले और विघ्रों को दूर करने वाले माने जाते हैं। वहीं गणपति भौतिक सुख-सुविधा और मनचाहे फल देने वाले देवता भी हैं। शास्त्रों में बुधवार का दिन श्री गणेश की उपासना के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए तीक्ष्ण बुद्धि और ज्ञान प्राप्ति के साथ हर कष्ट निवारण के लिए श्री गणेश की पूजा इस विशेष मंत्र के साथ जरूर करें –

– सुबह स्नान कर घर के देवालय या श्री गणेश मंदिर में भगवान श्री गणेश की पूजा करें।

– श्री गणेश की मूर्ति के अलावा एक पान के पत्ते प सिंदूर में घी मिलाकर या कुमकुम से रंगे चावल से स्वस्तिक बनाएं। इस पर कलावे यानि नाड़े में सुपारी लपेटकर रखें। यह गणपति का ही स्वरूप होता है।

– श्री गणेश मूर्ति या स्वरूप की पूजा गंध, अक्षत, पुष्प, वस्त्र, रोली के साथ विशेष रुप से इस मंत्र के साथ दूर्वा अगला भाग की ओर से समर्पित करें –

दुर्वा करान्सह रितान मृतन्मंगल प्रदान।
आनी तांस्तव पूजार्थ गृहाण परमेश्वर।।

– संस्कृत का ज्ञान न होने पर पूजा सामग्री ऊँ गं गणपतये नम: या श्री गणेशाय नम: इस मंत्र के साथ भी चढ़ा सकते है।

– श्री गणेश को मोदक का भोग लगाएं। अंत में घी के दीप जलाकर आरती करें।

धार्मिक दृष्टि से श्री गणेश की विशेष दूर्वा मंत्र के साथ पूजा सभी संकट, बाधाओं को दूर कर अपार सुख और सफलता देने वाली मानी गई है।

यह छोटा-सा गणेश मंत्र दे नौकरी या कारोबार में बड़ा धनलाभ

शास्त्रों में धन अर्जित करने के लिए कर्म और उद्योग यानी परिश्रम ही श्रेष्ठ उपाय माना गया है। व्यावहारिक जीवन में मेहनत का यही रूप नौकरी या व्यापार के रूप में दिखाई देता, जिसके जरिए कोई व्यक्ति धन बंटोरकर कर जीवन को सफल और सुखी बनाने का प्रयास करता है।

वैसे, जीवन में खुशियां को पाने और बनाए रखने के लिए धन की अहम भूमिका होती है। अगर यहां व्यापार की बात करें तो कारोबार में निरंतर सफलता के लिए योजनाओं के साथ-साथ धन भी जरूरी होता है।

हिन्दू धर्म में भगवान श्री गणेश को विघ्रहर्ता माना गया है, इसलिए नौकरी या व्यापार में धन लाभ या धन की कमी से उबरने के लिए ही विशेष गणेश मंत्र के जप का उपाय बताया गया है, जो प्रतिदिन घर से निकलने से पहले, दुकान खोलने या ऑफिस पहुंचने के बाद श्री गणेश को गंध, अक्षत, फूल, धूप व दीप चढ़ाकर जरूर करें। पूजा सामग्री न होने पर मानस या मन ही मन सामग्रियों को अर्पित करें। जानते हैं यह विशेष गणेश मंत्र-

ॐ गणेश महालक्ष्यै नम:

इस गणेश मंत्र का जप प्रतिदिन खासतौर पर बुधवार, चतुर्थी पर करना न केवल नौकरी या कारोबार में धन हानि से बचाता है बल्कि लगातार सफलता देने वाला माना गया है।

चमत्कारी हैं इस पेड़ के पत्ते, ध्यान रखें इन्हें तोडऩे से पहले ये बातें

शास्त्रों के अनुसार तीनों देवों ब्रह्मा, विष्णु और महेश में सर्वश्रेष्ठ महेश अर्थात् शिव को कई प्रकार की पूजन सामग्री अर्पित की जाती हैं। इनमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण सामग्रियों में फूल और पत्तियां भी शामिल हैं। भोलेनाथ को बिल्व पत्र चढ़ाने का विधान है। ऐसा माना जाता है मात्र बिल्व के पेड़ पत्तियां चढ़ाने से महादेव भक्त से प्रसन्न हो जाते हैं। इसी वजह से इन बिल्व पत्रों को चमत्कारिक माना जाता है।

भोलेनाथ को प्रतिदिन बिल्व चढ़ाने से भक्त को सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त हो जाती हैं। बिल्व पत्र अर्पण करने से शिव का सामिप्य प्राप्त होता है। अर्थात् भक्त शिव निकट पहुंच जाता है। इन पत्तों का इतना अधिक महत्व होने के कारण ही शास्त्रों में इसके लिए कई प्रकार के नियम बनाए गए हैं। कुछ दिन और तिथियां बताई गई हैं जब इन पत्तों को नहीं तोडऩा चाहिए।

किसी भी माह की अष्टमी, चर्तुदशी, अमावस्या, पूर्णिमा तिथि पर बिल्व पत्र नहीं तोडऩा चाहिए। इसके अलावा सोमवार को बिल्व पत्र नहीं तोडऩा चाहिए। सोमवार शिव का प्रिय दिवस होता हैं। इन तिथियों और दिन पर बिल्व के पत्ते नहीं तोड़े जाने चाहिए अत: एक दिन पहले ही तोड़े हुए बिल्व पत्र पूजन में उपयोग लेना चाहिए। किसी भी दिन और तिथि पर खरीदकर लाया हुआ बिल्वपत्र हमेशा ही पूजन में शामिल किया जा सकता है।

आपकी किस्मत और कर देगा मालामाल – aapki kismat aur kar deta malamaal – लाल किताब के रामबाण उपाय

 

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