गुरु की अनुकूलता के लिए गुरुवार का व्रत करें। बृहस्पति देव व गुरु की पूजा करें। ध्यान के लिए इस मंत्र का जप करें:
ऊँ बृहस्पते अति यदर्यो अहद् द्युमद्विभाति क्रतुमज्जनेषु। यदीदयच्छवस ऋत प्रजात। तदस्मासु द्रविणं धेहि चित्रम्।। बृहस्पतये नमः ।।
बीज मंत्र – ऊँ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।