राहु की अनुकूलता के लिए मंगल, शनि व सोमवार का व्रत करें। शिवजी की पूजा करें या महामृत्युंजय का जप करें। ध्यान के लिए इस मंत्र का जप करें।
ऊँ कया नश्चित्र आ भुवदूती सदा वृधः सखा। कया शचिष्ठया वृत। ऊँ राहवे नमः।।
बीज मंत्र – ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः।