सूर्य की अनुकूलता के लिए रविवार का व्रत करें। उनकी उपासना करके जल दें। गेहूं, गाय, गुड़, तांबा व माणिक्य तथा लाल वस्त्र का दान दें। ध्यान से यह मंत्र जप करें: ऊँ आ कृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मत्र्यंच। हिरण्ययेन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन्।। ऊँ सूर्याय नमः ।।
बीज मंत्र – ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः ।।