कलश का गिरना शुभ या अशुभ होता है। हमरे हिन्दू धर्म के अनुसार किसी भी शुभ कार्य मे कलश को बाड़ा महत्व दिया गया है, हर एक पूजा मे कलश की स्थापना करते है। लेकिन कभी-कभी कलश की स्थापना करते समय या कलश से कोई शुभ कार्य करते समय कलश गिर जाता है। यह हमारे लिए शुभ या अशुभ माना जाता है। शायद ही किसी को इसके बारे में पता होगा। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि कलश का गिरना शुभ है या अशुभ। तो हमारे लेख को पूरा पढ़ें।
दोस्तों आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि कलश का गिरना शुभ या अशुभ होता है।
तो चलिए हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी देते हैं।
कलश का गिरना शुभ या अशुभ होता है
पूजा के लिए कलश में जल ले जाते समय हाथ से छूट जाए तो इसे अच्छा शगुन नहीं माना जाता है। लोटा में पानी भरना, गिलास को हाथ से निकालना और पानी का बिखरना भी शुभ नहीं माना जाता है। माना जाता है कि पानी के बर्तन के हाथ गिरने से पूर्वज क्रोधित होते हैं। इससे परिवार में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह भी मानता है कि कोई आपके यहां आने वाला है जो भूखा-प्यासा होगा। पुराने जमाने में लोग खाना बनाते समय मात्रा बढ़ा देते थे जब ऐसी घटना होती थी ताकि मेहमान आ रहा हो तो उसके लिए खाना कम न हो।
स्वप्न शास्त्र के अनुसार कलश अगर पूजा का हो तो ये शुभ संकेत नहीं है, आने वाले समय मे आपको व्यापार या गृह ग्रहस्ती मे क्लैश आ सकते है।
और जानकारी के लिए हमरा विडिओ देखे –
घर पर कलश स्थापना कैसे करें
घर पर कलश स्थापना करते समय ध्यान रहे की कलश को उल्टा मत रखे (कलश धोते समय रख सकते है ), अब हमने घर में कलश स्थापना की पूरी विधि हमने नीचे बताई है।
- सबसे पहले अच्छी तरह से धोया हुआ कलश लें। अब कलश के गले में मौली बांध दें।
- मौली बांधने के बाद कलश पर कुमकुम का तिलक लगाएं।
- इसके बाद कलश में गंगाजल भरें।
- अब कलश के जल में अक्षत चावल, इत्र, सिक्के, सुपारी और दूर्वा आदि डालें।
- अब इस कलश के अंत में अशोक के पांच पत्ते रखें।
- अब आप कलश पर लाल चुनरी में लिपटा नारियल रख दें।
- आप चाहें तो लाल चुनरी में कुछ नारियल के साथ कुछ पैसे भी लपेट सकते हैं।
- नारियल को चुनरी से लपेटकर नारियल पर धागा बांधकर ही रखें।
हाथ से इन वस्तुओं का गिरना हमें अशुभ संकेत देता है
- हमारे हाथों से गिरने पर पानी से भरा गिलास। इसलिए इसे अशुभ माना जाता है।
- अगर खाद्य तेल हमारे हाथों से नीचे गिर जाए। इसलिए यह हमारे लिए अशुभ माना जाता है।
- अगर सिंदूर या सिंदूर का डिब्बा हमारे हाथों से गिर जाए। इसलिए यह हमारे लिए अशुभ भी माना जाता है।
- अगर पूजा करते समय पूजा की थाली हमारे हाथों से गिर जाए। इसलिए इसे अशुभ माना जाता है।
- अगर काली मिर्च हमारे हाथों से घर में बिखरी हुई है। इसलिए इसे अशुभ माना जाता है।
- अगर पर्स से पैसा गिर जाए। इसलिए यह हमारे लिए अशुभ माना जाता है।
पूजा की थाली का गिरना
कहते हैं अगर गलती से पूजा सामग्री या आरती की थाली गिर जाए या दीपक बुझ जाए तो सावधान हो जाएं क्योंकि यह बहुत ही अशुभ संकेत माना जाता है। इसका मतलब है कि आपके बच्चे पर आपदा आने वाली है। मान्यता यह भी है कि पूजा में अगर कोई सामग्री गिर जाए या पूजा की थाली या आरती की थाली हाथ से फिसल जाए तो भगवान ने आपकी पूजा को स्वीकार नहीं किया है। आसन्न प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण भी ऐसा हो सकता है। ऐसे में अपनी गलती के लिए भगवान से माफी मांगें और आपको बुरे वक्त से बचाने की दुआ करें।
भगवान की मूर्ति का जमीन पर गिरना
भगवान की मूर्ति को हाथों से छोड़कर गिरना अशुभ माना जाता है। इसका मतलब है कि परिवार पर संकट आने वाला है। इससे परिवार में तनाव भी बढ़ सकता है और घर में गरीबी बस सकती है। ऐसी आपदा से बचने के लिए टूटी हुई मूर्ति को बहते पानी में प्रवाहित करें या जमीन खोदकर सम्मान के साथ दबाएं। यह आपको मूर्ति तोड़ने के दोष से बचाता है।
दिये का बुझाना
हिंदू धर्म में सभी पूजाओं में दीपक जलाकर आरती की जाती है। मान्यता है कि पूजा के समय देवी-देवताओं की आरती करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहते हैं कि दीपक जलाने और आरती करने से जीवन का अंधकार दूर होता है। और प्रकाश अर्थात ज्ञान व्यक्ति के जीवन में आता है। पूजा के दौरान दीया का अचानक बुझ जाना भी अशुभ होता है। पूजा में दीपक का बुझाना भी भक्त के साथ देवता के क्रोध का संकेत माना जाता है। ऐसे में आपको ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए कि आने वाले समय में आपके साथ सब कुछ अच्छा करें और अपने ऊपर आने वाले सभी संकटों से बचें।
काली मिर्च का गिरना
यदि काली मिर्च आपके हाथ से गिरजाती है और बिखर जाती है, तो यह विवाद की ओर इशारा करती है। इसका मतलब है कि आपका किसी के साथ ब्रेक-अप हो सकता है।
चावल का गिरना
गेहूं, चावल या किसी अन्य अनाज का गिरना अन्नपूर्णा देवी का अपमान माना जाता है। अक्षत मां लक्ष्मी को प्रिय है, इसलिए उनके गिरने से मां लक्ष्मी को भी क्रोध आता है। अगर अनजाने में या गलती से आपके हाथ से अनाज गिर जाए या गलती से उस पर पैर रख दे तो उसे उठाकर माथे पर लगाकर अपनी गलती के लिए माफी मांगें।
चावल को अक्षत कहते हैं। चावल को सबसे शुभ पूजा सामग्रियों में भी गिना जाता है। चावल को हाथ से गिरना या चावल से भरा बर्तन हाथ से छोड़ना अशुभ समाचार को दर्शाता है। लेकिन नई दुल्हन की गृह प्रवेश में चावल का कलश पैरों से लाथ मारा जाता है। हालांकि, कई विद्वान इसे गलत प्रथा कहते हैं क्योंकि चावल भोजन है और हमारी परंपराएं भोजन को पैर रखने की अनुमति नहीं देती हैं।
हाथ से गिरने वाले सिक्के
हमारे हाथों से सबसे ज्यादा गिरने वाली चीज सिक्के हैं, ज्योतिष शास्त्र कहता है कि जब भी आपके हाथ से सिक्के या पैसे गिरें तो तुरंत उठाकर सिर पर रखकर वापस अपनी जेब में रख लें।
हाथों से प्रसाद का गिरना
हाथों से प्रसाद का गिरना बड़ा शगुन माना जाता है। प्रसाद गिरने पर उसे तुरंत उठाकर माथे पर लगाना चाहिए और अगर आप इसे नहीं खाते हैं तो उसे पानी में प्रवाहित कर दें या किसी बर्तन में डाल दें ताकि प्रसाद का अपमान न हो। प्रसाद को भगवान के आशीर्वाद और दाता की शुभकामनाओं के रूप में जाना जाता है। प्रसाद का गिरना इस बात का संकेत माना जाता है कि आपकी कोई मनोकामना पूरी होती रहेगी। आपका काम पूरा नहीं होगा। जीवन में तनाव बढ़ेगा।
सिंदूर का गिरना
सिंदूर सुहाग का प्रतीक माना जाता है। कई टीवी सीरियल्स में दिखाया जाता है कि जब सिंदूर गिरता है तो लोग अपशगुन पर विश्वास करने लगते हैं। दरअसल मान्यताओं के अनुसार सिंदूर का संबंध शुभ और सौभाग्य से है। हाथ से सिंदूर का डिब्बा गिरना इस बात का संकेत माना जाता है कि पति-परिवार पर कुछ परेशानी है। सिंदूर गिरने पर इसे पैर न दें, न ही झाड़ू से साफ करें। सिंदूर पैर लगाकर झाड़ू लगाना बहुत बुरा माना जाता है। इसे साफ कपड़े से उठाकर डिब्बे में रखना चाहिए, लेकिन गिरने से जो खराब हुआ है उसे पानी में डुबोकर अपने कुल देवता से प्रार्थना करनी चाहिए कि सब कुछ ठीक है।
पानी से भरे बर्तन का गिरना
कई बार पानी से भरा बर्तन हमारे हाथ से गिर जाता है। इसे शुभ नहीं माना जाता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार इसका मतलब है कि देवी-देवता और पूर्वज आपसे नाराज हैं और आपकी ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए यह संकेत दे रहे हैं। अगर आप इन संकेतों पर ध्यान नहीं देंगे तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में हवन करपितरों के लिए अलग से प्रसाद निकालकर हाथ जोड़कर परिवार की सलामती के लिए प्रार्थना करें।
हाथ से पूजा का दीपक गिरना
भगवान की पूजा के बाद दीपक जलाना सनातन धर्म की अनिवार्य परंपरा है। कई बार पूजा के बाद जलता दीपक हमारे हाथों से छूट जाता है। ऐसे में हाथ से दीपक का गिरना किसी अनहोनी की निशानी है। इसका मतलब है कि आपके या परिवार के साथ कुछ बुरा होने वाला है। ज्योतिष शास्त्र में उपाय समझाते हुए कहा गया है कि अगर ऐसा होता है तो दोगुना दीपक जलाकर भगवान से अपनी गलतियों से क्षमा मांगनी चाहिए।
मान्यता है कि भगवान व्यक्ति के अच्छे और बुरे समय आने से पहले कुछ संकेत देते हैं। अगर इन्हें समय रहते समझ लिया जाए तो आने वाली परेशानियों से काफी हद तक बचा जा सकता है। इन्हीं में से एक है हाथ से पूजा के दीपक का गिरना। हाथ से दीपक का निकलना किसी अनहोनी की ओर इशारा करता है। कई बार यह भी कहा जाता है कि देवता आपसे नाराज हैं। यदि आपके साथ ऐसा होता है, तो अपने कुल देवता की पूजा करें और एक डबल दीपक जलाएं।