केतु काल का समय

grahon ka kaarakatv bhi samajhna zaroori hai

ग्रहों का कारकत्व भी समझना जरूरी है – चौदहवां दिन – Day 14 – 21 Din me kundli padhna sikhe – grahon ka kaarakatv bhi samajhna zaroori hai – Chaudahavaan Din

ग्रह की परिभाषा के अनुसार तथा उसके भाव के अनुसार उसका रूप समझना बहुत जरूरी होता है, जैसे शनि वक्री होकर अगर अष्टम में अपना स्थान लेगा तो वह बजाय बुद्धू के बहुत ही चालाक हो जायेगा, और गुरु जो भाग्य का कारक है वह अगर भाग्य भाव में जाकर बक्री हो जायेगा तो वह […]

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ketu ka paanchaven bhaav - ketu grah - prabhaav aur upaay

केतु का पांचवें भाव – केतु ग्रह – प्रभाव और उपाय – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu ka paanchaven bhaav – ketu grah – prabhaav aur upaay – Aathavaan Din

केतु का पांचवें भाव में फल पांचवां घर सूर्य का होता है। यह बृहस्पति से भी प्रभावित होता है। यदि बृहस्पति, सूर्य या चंद्रमा चौथे, छठवें या बारहवें घर में हों तो आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी होगी और जातक को पांच पुत्र होंगे। चौबीस साल की उम्र के बाद केतू स्वयमेव शुभ हो जाता है।

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ketu ka pahale bhaav - ketu grah - prabhaav aur upaay

केतु का पहले भाव – केतु ग्रह – प्रभाव और उपाय – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu ka pahale bhaav – ketu grah – prabhaav aur upaay – Aathavaan Din

केतु का पहले भाव में फल यदि केतु इस घर में शुभ है, तो जातक श्रमसाध्य, अमीर और खुशहाल होगा। लेकिन अपनी संतान की वजह से हमेशा चिंतित और परेशान होगा। वह लगातार स्थानान्तरण या यात्रा डरा रहेगा लेकिन अंत में यह हमेशा ये स्थगित हो जाया करेंगे। जब वर्ष कुंडली में केतू पहले घर

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ketu ka teesare bhaav - ketu grah - prabhaav aur upaay

केतु का तीसरे भाव – केतु ग्रह – प्रभाव और उपाय – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu ka teesare bhaav – ketu grah – prabhaav aur upaay – Aathavaan Din

केतु का तीसरे भाव में फल तीसरा घर बुध और मंगल से प्रभावित होता है, दोनो ही केतू के शत्रु हैं। तीन की संख्या जातक के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि तीसरे भाव का केतू शुभ है तो जातक के बच्चे अच्छे होंगे। जातक सभ्य और भगवान से डरने वाला होगा। यदि

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ap ka bhagyashali ank

आपका भाग्यशाली अंक – पाचवा दिन – Day 5 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ap ka bhagyashali ank – Paanchavaan Din

भाग्यांक 1 भाग्यांक 1 के लिए शुभ वार- रविवार और बृहस्पतिवार हैं। शुभ मास- जनवरी, मार्च, मई, जुलाई और अक्टूबर हैं। शुभ तारीखें- 1, 10, 19, 28 हैं। भाग्यांक 2 भाग्यांक 2 के लिए शुभ वार- सोमवार और बुधवार हैं। शुभ मास- फरवरी, अप्रैल, अगस्त और नवंबर हैं। शुभ तारीखें- 2, 4, 8, 11, 16,

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saptam bhaav bahut hee mahatvapoorn hota hai

सप्तम भाव बहुत ही महत्वपूर्ण होता है – पाचवा दिन – Day 5 – 21 Din me kundli padhna sikhe – saptam bhaav bahut hee mahatvapoorn hota hai – Paanchavaan Din

ज्योतिषीय द्रष्टि से जातक की शादी के लिए उसकी कुंडली का सप्तम भाव बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। सप्तम भाव के आदर पर ही विद्धवान ज्योतिषी जातक की शादी ओर पत्नी सुख के बारे में अपनी भविष्यवाणी कहते है। हम देखते है की कभी कभी सुन्दर स्वस्थ्य ओर धनवान होने के बाद भी किसी किसी

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ketu grah nakshatra

केतु ग्रह नक्षत्र – स्वामी ग्रह नक्षत्र – Ketu planet constellation – ketu grah nakshatra

जिन नक्षत्रों के स्वामी केतु है, उन नक्षत्रों से सम्बंधित व्यक्तियों को निम्न उपाय कर अपने जीवन को सुखमय बनाना चाहिए. (अ) पीपल वृक्ष पर प्रत्येक शनिवार मोतीचूर का एक लड्डू या इमरती चडाना. (आ) पीपल पर प्रति शनिवार गंगाजल मिश्रित जल अर्पित करना. (इ) पीपल पर तिल मिश्रित जल जन्म नक्षत्र वाले दिन अर्पित

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