धनु राशि का अच्छा समय कब आएगा 2020

navam va teesre bhav mein - sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay

नवम व तीसरे भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam va teesre bhav mein – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din

नवम व तीसरे भाव में कालसर्प योग बननें से भाग्योन्नति में विघ्न, बाधाएँ होती हैं, धन का अपव्यय होता हैं, कोई विश्वासघात करता हैं। लेकिन शुभ योग होने पर माँ भगवती की कृपा मिलती है तथा धन लाभ भी होता है। उपाय : लहसुनिया नग(कैट आई) सबसे छोटी रिंग में धारण करें व दुर्गा चालीसा […]

नवम व तीसरे भाव में – सभी भावों के कालसर्प योग का शुभाशुभ विवरण व उपाय – इक्कीसवाँ दिन – Day 21 – 21 Din me kundli padhna sikhe – navam va teesre bhav mein – sabhee bhaavon ke kaal sarp yog ka shubhaashubh vivaran va upaay – Ikkeesavaan Din Read More »

ketu ka chhathen bhaav - ketu grah - prabhaav aur upaayketu ka chhathen bhaav - ketu grah - prabhaav aur upaay

केतु का छठे भाव – केतु ग्रह – प्रभाव और उपाय – आठवाँ दिन – Day 8 – 21 Din me kundli padhna sikhe – ketu ka chhathen bhaav – ketu grah – prabhaav aur upaay – Aathavaan Din

केतु का छठें भाव में फल छठवां घर बुध का होता है। यहां केतू दुर्बल माना जाता है। हालांकि यह केतू का पक्का घर होता है। यहां केतू के परिणाम बृकस्पति की प्रकृति पर निर्भर करते हैं। यह संतान के लिए अच्छे परिणाम देता है। जातक एक अच्छा सलाहकार होता है। यदि बृहस्पति शुभ हो

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shaadee-mein-kundalee-milaane-ka-kya-arth-hain

शादी में कुंडली मिलाने का क्या अर्थ हैशादी में कुंडली मिलाने का क्या अर्थ हैं – पहला दिन – Day 1 – 21 Din me kundli padhna sikhe – shaadee mein kundalee milaane ka kya arth hain – Pahla Din

कुंडली मिलाना अर्थात् ज्योतिष विज्ञान का अध्ययन करना। ज्योतिष विज्ञान के अंतर्गत लड़का और लड़की के जन्म स्थान, जन्म दिनांक और अन्य जानकारियों के आधार पर कुंडली बनाई जाती हैं और फिर दोनों की कुंडलियों का अध्ययन करके ये पता लगाने की कोशिश की जाती हैं कि उनके भावी जीवन में परस्पर सामंजस्य होगा या

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chandr ka nauven bhaav mein phal - kundalee ke vibhinn lagn mein chandrama ka manush‍ya par prabhaav va dosh nivaaran

चन्द्र का नौवें भाव में फल – कुंडली के विभिन्न लग्न में चंद्रमा का मनुष्‍य पर प्रभाव व दोष निवारण – पहला दिन – Day 1 – 21 Din me kundli padhna sikhe – chandr ka nauven bhaav mein phal – kundalee ke vibhinn lagn mein chandrama ka manush‍ya par prabhaav va dosh nivaaran – Pahla Din

नौवां घर बृहस्पति, से सम्बंधित होता है जो चंद्रमा का परममित्र है। इसलिए जातक इन दोनों ग्रहों के लक्षण और सुविधाओं को आत्मसात करता है साथ ही अच्छे आचरण, कोमक हृदय, मन से धार्मिक, और धार्मिक कृत्यों तथा तीर्थयात्राओं से प्रेम करने वाला होता है। वह 75 वर्षों तक जीवित रहता है। पाचवें घर में

चन्द्र का नौवें भाव में फल – कुंडली के विभिन्न लग्न में चंद्रमा का मनुष्‍य पर प्रभाव व दोष निवारण – पहला दिन – Day 1 – 21 Din me kundli padhna sikhe – chandr ka nauven bhaav mein phal – kundalee ke vibhinn lagn mein chandrama ka manush‍ya par prabhaav va dosh nivaaran – Pahla Din Read More »

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